
उत्तरप्रदेश न्यूज़ डेस्क कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एवं राज्यसभा सांसद प्रमोद तिवारी को वित्त मंत्रालय की स्टैंडिंग कमेटी का सदस्य नियुक्त किया गया है. वह कमेटी में पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह का स्थान लेंगे. डॉ. सिंह की अस्वस्थता के कारण पार्टी ने यह निर्णय लिया है.
राज्यसभा में प्रतिपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे की सलाह पर कांग्रेस संसदीय दल की अध्यक्ष सोनिया गांधी ने प्रमोद तिवारी को यह जिम्मेदारी दी. प्रमोद तिवारी को स्टैंडिंग कमेटी का सदस्य नियुक्त किए जाने की राजाज्ञा उपराष्ट्रपति एवं राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़ की ओर से जारी की गई. राज्यसभा की कार्य मंत्रणा समिति में भी प्रमोद तिवारी को कांग्रेस की ओर से सदस्य नियुक्त किया गया है. इस नियुक्ति पर प्रदेश के कांग्रेस नेताओं ने खुशी जताई है. राज्यसभा सदस्य प्रमोद तिवारी के मीडिया प्रभारी ज्ञानप्रकाश शुक्ला ने बताया कि उनके मनोनयन से इलाके में हर्ष का माहौल है.
सियासी रसूख के साथ बढ़ता गया प्रमोद तिवारी का कद लालगंज. कांग्रेस पार्टी में गांधी परिवार के बाद राजनीति की लंबी पारी और एक भी चुनाव न हारने के लिए किसी का नाम जाना जाता है तो वह प्रमोद तिवारी हैं. सियासी रसूख के चलते प्रमोद तिवारी लगातार जीत हासिल कर गिनीज बुक आफ वर्ल्ड रिकार्ड में नाम दर्ज करा चुके हैं. नौ बार विधायक बनने के बाद दूसरी बार राज्यसभा सांसद बने. अब विपक्ष के उपनेता के साथ वित्त मंत्रालय की कमेटी में भी शामिल हो गए हैं. रामपुर खास विधानसभा के संग्रामगढ़ में जन्म लेने वाले प्रमोद तिवारी का नाम राजनीति में काफी अहम माना जाता है. चुनाव में उतरने के बाद हार को मात देकर सियासी रसूख से अपना ओहदा बढ़ाते गए. वर्ष 1980 में रामपुर खास विधानसभा से पहली बार चुनाव लड़े और जीत हासिल की. फिर 1985, 1989, 1991, 1993, 1996, 2002, 2007, 2012 तक नौ बार विधायक का चुनाव एक ही सीट और एक पार्टी से जीतकर गिनीज बुक आफ वर्ल्ड रिकार्ड में नाम दर्ज कराया. इस दौरान प्रमोद तिवारी मंत्री और विधान मंडल दल के नेता भी रहे. उनके विधायक रहते ही यूपी की खाली हुई राज्यसभा सांसद की सीट पर मौका मिला और 13 दिसंबर 2013 में वह यूपी से निर्विरोध राज्यसभा सांसद बन गए. वर्ष 2018 में राज्यसभा सांसद का कार्यकाल पूरा करने के बाद प्रमोद तिवारी ने कोई चुनाव कोई नहीं लड़ा. मौके की तलाश में रहे प्रमोद तिवारी को वर्ष 2022 में राजस्थान की राज्यसभा सीट खाली होते ही मौका मिला. चुनाव में भाजपा के प्रत्याशी को हराकर दूसरी बार प्रमोद तिवारी राज्यसभा सांसद बन गए. हालांकि इस दौरान वह कांग्रेस के सीडब्ल्यूसी सदस्य भी रहे. दूसरी बार राज्यसभा सांसद बनने का वर्ष पूरा भी नहीं हुआ कि 11 मार्च को राज्यसभा में विपक्ष के उपनेता की खाली हुई कुर्सी पर पार्टी हाईकमान ने प्रमोद तिवारी को बैठाकर बड़ी जिम्मेदारी दे दी. सिलसिला अभी यही नहीं रुका. इसके बाद उन्हें वित्त मंत्रालय की कमेटी का सदस्य बनाया गया है. अपने नेता की इस उपलब्धि से रामपुर खास के साथ ही जिले के लोग भी गदगद हैं.
कांग्रेसियों ने जताई खुशी सांगीपुर. प्रमोद तिवारी को राज्य सभा में सदन का उप नेता मनोनीत किये जाने पर समर्थकों ने जुलूस निकाल कर मिठाई बांटी. ब्लॉक प्रमुख अशोक सिंह बब्लू की अध्यक्षता में आयोजित कार्यक्रम में कांग्रेसियों ने सांगीपुर बाजार में पैदल मार्च किया. भगौती प्रसाद तिवारी, रामबोध शुक्ल, विकास मिश्र, अमृत लाल, अजय, फूल चन्द्र मौजूद रहे.
प्रतापगढ़ न्यूज़ डेस्क