
बिहार न्यूज़ डेस्क लोक शिकायत निवारण के मामले में पटना प्रमंडल में पटना जिला सबसे अव्वल है. पटना जिले में अप्रैल में रिकार्ड 3414 मामलों का निपटारा किया गया. सबसे कम कैमूर में एक माह में 527 मामले निपटाए गए हैं. प्रमंडलीय आयुक्त कुमार रवि ने लोक शिकायत निवारण के मामले की समीक्षा की तो यह तथ्य सामने आया.
पहली से 30 अप्रैल तक पटना जिले में जिला लोक शिकायत निवारण पदाधिकारी के समक्ष 3575 परिवाद प्राप्त दिए गए थे, जिसमें 3414 मामले का निपटारा कर दिया गया. शेष 161 सुनवाई के लिए लंबित है. नालंदा जिले में इस दौरान 1070 परिवाद दिए गए जिसमें 1007 मामले का निपटारा किया गया. यहां शेष 63 मामले सुनवाई के लिए लंबित हैं. भोजपुर जिले में 1554 परिवाद दायर किए गए हैं. इनमें 1338 मामले निपटाए गए, जिसमें 216 सुनवाई के लिए लंबित हैं. बक्सर जिले में जिला लोक शिकायत निवारण पदाधिकारी के समक्ष 893 परिवाद दिए गए, जिसमें 43 सुनवाई के लिए लंबित हैं. शेष 850 का निपटारा कर दिया गया. रोहतास जिले में 1012 मामलों का निपटारा कर दिया गया. 108 लंबित हैं. कैमूर जिले में जिला लोक शिकायत निवारण पदाधिकारी के समक्ष 610 परिवाद आए थे, जिसमें 83 सुनवाई के लिए लंबित हैं. शेष 527 का निपटारा कर दिया गया है
सभी जिलों को तेजी से कार्य करने के लिए दिए निर्देश
प्रमंडलीय आयुक्त कुमार रवि ने जनता के दरबार में मुख्यमंत्री कार्यक्रम की भी समीक्षा की. इसमें पटना और नालंदा जिले का क्रियान्वयन सबसे अच्छा है. प्रमंडल के सभी जिलों में जनता के दरबार में मुख्यमंत्री कार्यक्रम से संबंधित 5 हजार 239 आवेदनों को निष्पादित किया गया है. पटना जिले में 81 प्रतिशत तथा नालंदा जिला में 90 प्रतिशत मामले का निपटारा कर दिया गया है. आयुक्त ने इस पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए शेष परिवादों को भी तेजी से निष्पादित करने का निर्देश दिया. साथ ही सभी जिलों को तेजी से कार्य करने को कहा.
पटना न्यूज़ डेस्क