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Patna  ‘आयुष के भरोसे छोड़ रखा है अस्पताल’, सीएस ने प्रभारी और दो चिकित्सकों से किया शोकॉज डीएम ने प्रभारी का रोका वेतन

Jaipur में मंत्री खींवसर का पहला कदम, हर जिला अस्पताल में 'रामाश्रय'

बिहार न्यूज़ डेस्क सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) में  की रात सड़क हादसे में जख्मी युवकों के इलाज में लापरवाही व हंगामा मामले की जांच करने  सिविल सर्जन अजय कुमार सिंह, एसीएमओ सतीश कुमार, डीपीएम मो. रेहान पहुंचे. प्रशिक्षु आयुष चिकित्सक इरशाद अहमद से घटनाक्रम की जानकारी ली. उसके बाद सीएचसी प्रभारी डॉक्टर कौशल किशोर की क्लास ली. आखिर किन परिस्थितियों में इस तरह की घटना हुई. प्रशिक्षु आयुष चिकित्सक के भरोसे अस्पताल को छोड़कर सभी ऑन ड्यूटी चिकित्सक का गायब होना लापरवाही को दर्शाता है. मामले में सीएस ने सीएचसी प्रभारी व दो चिकित्सकों से शोकॉज किया है.

सीएस ने चिकित्सकों के रोस्टर नाम व मोबाइल नंबर के साथ प्रदर्शित नहीं किए जाने को लेकर भी नाराजगी जताई. टीम ने एईएस रूम में उपलब्ध दवा के बारे में पूछने पर प्रभारी द्वारा संतोष जवाब नहीं दिया गया. एईएस के संदिग्ध मरीजों को यात्रा भत्ता देने के संबंध में अस्पताल प्रबंधक से पूछा कि किन परिस्थितियों में एईएस के मरीज को यात्रा भत्ता का भुगतान नहीं किया गया. सिविल सर्जन ने कहा कि कई लापरवाही सामने आई है. जांच के बाद प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी, अस्पताल प्रबंधक समेत अन्य ऑन ड्यूटी डॉक्टरों पर कार्रवाई की जाएगी. वहीं, आयुष चिकित्सक के बयान पर औराई थाना में करीब एक दर्जन अज्ञात के खिलाफ थाना में आवेदन दिया गया है. दरोगा रौशन मिश्रा ने बताया कि अज्ञात के खिलाफ आयुष चिकित्सक ने आवेदन दिया है. कार्रवाई की जाएगी. इधर, आयुष चिकित्सक इरशाद अहमद ने बताया कि अस्पताल कर्मियों की लापरवाही के कारण उन्हें मरीजों के परिजनों के कोपभाजन का शिकार होना पड़ा. शरीर के कई हिस्सों में चोट के निशान हैं.

इलाज कराने के लिए शहर जा रहे हैं

डीएम ने कहा, क्यों नहीं आपके ऊपर कार्रवाई की जाए

इधर, डीएम सुब्रत कुमार सेन ने जनप्रतिनिधियों की शिकायत पर प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी का वेतन स्थगित कर दिया है साथ ही स्पष्टीकरण मांगा है. उन्होंने कहा कि क्यों नहीं लोकसभा आम निर्वाचन के समय आपके द्वारा लापरवाही बरते जाने से विधि व्यवस्था की गंभीर समस्या उत्पन्न होने के कारण लोक प्रतिनिधित्व अधिनियम के प्रावधान के तहत नियमानुसार आवश्यक कार्रवाई की जाए एवं प्रपत्र क में आरोप गठित कर विभागीय कार्रवाई के लिए सक्षम प्राधिकार को भेज दिया जाए.

 

 

पटना  न्यूज़ डेस्क

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