बिहार न्यूज़ डेस्क भीषण गर्मी ने लोगों का जीना मुहाल कर रखा है. रात में भी लोगों को राहत नहीं मिल रही है. चुनाव के कारण सिरगर्मियां बढ़ी हुई है. स्कूल भी खुले हुए हैं. ऐसे में बच्चों व बुजुर्गों के सेहतर पर इस भीषण गर्मी का सबसे अधिक असर पड़ रहा है.
तापमान भले ही 44 डिग्री रह रही है. लेकिन, फीलिंग 51 की हो रही है. इसका असर सोचने समझने की क्षमता पर पड़ रहा है. सिरदर्द की समस्या काफी बढ़ चुकी है. क्योंकि, दिमाग 42 डिग्री से अधिक तापमान नहीं झेल सकता है. वहीं बच्चों की त्वचा काफी संवेदनशील होती है. दिल की बीमारी के विशेषज्ञ डॉ. राजीव रंजन बताते हैं कि मधुमेह व रक्तचाप के रोगियों पर इसका और असर पड़ सकता है. साथ ही गलत खान-पान आपको बीमार बना सकती है.
बेहोश होने का खतरा अधिक तापमान होने पर लोग घरों में भी बेहोश हो सकते हैं. कई स्कूलों में छात्रों के बेहोश हाने की खबर आयी है.
यह अधिक तापमान के कारण हुआ. इसमें दिमाग उस तापमान को नहीं झेल सका और बच्चे बेहोश हो गए. थोड़ी सी लापरवाही पर बड़े व बुजुर्ग भी इसकी चपेट में आ सकते हैं. इसका असर किडनी पर भी पड़ रहा है. इसकी कार्यक्षमता कम होने से अन्य बीमारियां होने की आशंका बढ़ जाती है. क्योंकि, शरीर में जमा विषैले पदार्थ सही से बाहर नहीं निकल पाएंगे.
सादा और ताजा भोजन करें भीषण गर्मी का असर पाचन तंत्र पर भी पड़ता है. गर्मी बढ़ने से बहुत से वायरस व बैक्टीरिया सक्रिय हो जाते हैं. कई बार उल्टी व पेट दर्द जैसी समस्या आती है. यह पाचन तंत्र में गड़बड़ी के कारण आता है. ऐसे में साता व ताजा भोजन करें. एक बार में हल्का भोजन लें. पर्याप्त पानी पीते रहें. नींबू पानी का सेवन करें.
पटना न्यूज़ डेस्क