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Patna  बिहार व झारखंड के 10 लाख लोगों ने देखी विज्ञान प्रदर्शनी

क्या आपके बच्चे को भी है विज्ञान में रूचि, तो ये साइंस म्यूजियम्स उसके लिए हैं परफेक्ट

बिहार न्यूज़ डेस्क  श्रीकृष्ण विज्ञान केंद्र 46 वर्ष का हो गया. केंद्र का लक्ष्य पूरे राज्य में स्कूली विद्यार्थियों में ‘विज्ञान सबके लिए’ उपलब्ध कराना है. वित्तीय वर्ष 23-24 में 10 लाख 32 हजार दर्शकों को केंद्र की ओर से विज्ञान प्रदर्शनी दिखाई गई. इसमें केंद्र से बाहर बिहार व झारखंड में एमएसई(भ्रमणशील विज्ञान प्रदर्शनी) के तहत करीब 6 लाख 75 हजार दर्शक और केंद्र पर आकर देखने वाले 3 लाख 57 हजार दर्शक शामिल हैं. पिछले वर्ष की तुलना में दर्शकों की संख्या 34 प्रतिशत का इजाफा हुआ है. वित्तीय वर्ष 22-23 में दर्शकों की संख्या 7 लाख 70 हजार थी, इसमें इस वर्ष 2 लाख 61 हजार दर्शकों की बढ़ोतरी हुई है. ऐसे बच्चे या दर्शक जिनका पहुंच श्रीकृष्ण विज्ञान केंद्र तक नहीं हो पाता है. वैसे क्षेत्रों के लिए भ्रमणशील विज्ञान प्रदर्शनी के तहत केंद्र के विशेष प्रकार की बनी बस के माध्यम से विज्ञान प्रदर्शनी दिखाई जाती है. उनसे किसी प्रकार का शुल्क नहीं लिया जाता है. यह योजना के तहत अगले दो वर्षों तक झारखंड के विभिन्न स्कूलों में प्रदर्शनी लगायी जायेगी. पूरे  तक झारखंड के खूंटी जिले में विज्ञान प्रदर्शनी दिखायी जायेगी. इसके अलावा बिहार के भी विभिन्न जिलों के स्कूलों में बच्चों को विज्ञान से जोड़ने का प्रयास किया जा रहा है.बिहार के प्रथम मुख्यमंत्री डॉ. श्रीकृष्ण सिंह के नाम पर   1978 को श्रीकृष्ण विज्ञान केंद्र का स्थापना किया गया. श्रीकृष्ण विज्ञान केन्द्र संस्कृति मंत्रालय के अन्तर्गत कार्यरत स्वायत्तशासी संस्था राष्ट्रीय विज्ञान संग्रहालय परिषद् की एक इकाई है, जो राज्य स्तरीय विज्ञान केन्द्रों में प्रथम व बिहार प्रदेश की एक मात्रा संस्था है. श्रीकृष्ण विज्ञान केंद्र के शिक्षा अधिकारी विश्वनाथ गुप्ता ने कहा कि केंद्र पूरी तल्लीनता से स्वयं द्वारा बार-बार आनन्दपूर्वक सीखने के अनुभव की प्रवृत्ति प्रदान करता है.

 

पटना  न्यूज़ डेस्क

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