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Patna  करबिगहिया रेलवे अस्पताल मे लगी आग, बाल-बाल बचे मरीज

Bharatpur परिवार के लोगों को पेट्रोल छिड़क कर लगाई आग : घरेलू विवाद में मां और भाई को पेट्रोल छिड़कर लगाई आग, दोनों झुलसे

बिहार न्यूज़ डेस्क पटना के करबिगहिया रेलवे सुपरस्पेशयलिटी अस्पताल में भीषण आग लग गई. अस्पताल के पहले तल्ले पर अचानक भड़की चिंगारी ने देखते-देखते मरीजों के एक केबिन, फिर पूरे वार्ड को चपेट में ले लिया. हालांकि दहशत और अफरातफरी के बीच अग्निशमन विभाग और अस्पताल के कर्मियों ने मरीजों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया.

दरअसल, जिस केबिन में यह हादसा हुआ, वहां आसपास 10 मरीज भर्ती थे. वहीं, अस्पताल में कुल 150 मरीजों का इलाज चल रहा था. हादसे के कारण करीब दो घंटे तक अस्पताल की सेवा चरमराई रही. सामान्य सेवा बहाल होने में चार से पांच घंटे लग गए. घटना का कारण शॉर्ट सर्किट बताया जा रहा है.

स्विच दबाते ही भड़की चिंगारी कर्मियों ने बताया कि पहले तल्ले पर सुबह नौ बजे मरीजों का इलाज चल रहा था. वहां बने एक केबिन में लाइट जलाने के लिए स्विच दबाते ही शॉर्ट सर्किट हुआ और आग लग गई. पांच मिनट के भीतर पूरे अस्पताल में धुआं फैल गया. इससे वहां अफरातफरी मच गई और मरीज तथा उनके परिजन भागने लगे. इसी बीच अग्निशमन को घटना की सूचना दी गई. आठ मिनट के भीतर अग्निशमन की दर्जनभर गाड़ियां और अफसर-जवान पहुंच गए. 20 मिनट की मशक्कत के बाद आग पर काबू पा लिया गया. इसके बाद 10 मिनट के भीतर अग्निशमन दल ने पूरे परिसर को खाली करा दिया. 9.45 बजे अस्पताल परिसर को सुरक्षित घोषित कर दिया गया. लगभग साढ़े दस बजे बिजली आपूर्ति बहाल कर अस्पताल के अलग-अलग वार्ड में सेवाएं बहाल कर दी गईं.

3 को खिड़की से निकाला

एक रेलकर्मी ने खिड़कियों के कांच तोड़ दिए, जिससे दम घुटने की स्थिति नहीं बनी. वहीं तीन मरीजों को खिड़कियां तोड़कर सीढ़ियों के सहारे सुरक्षित बाहर निकाला गया. वहीं,वार्ड में भर्ती नौ मरीजों को निकालने के बाद एक मरीज अर्जुन कुमार केबिन में फंस गया. केबिन में धुआं भरते देख अर्जुन केबिन के बाथरूम में घुस गया. चिकित्सा निदेशक जहां फोन पर अर्जुन को ढांढ़स बंधा रहे थे वहीं फायरमैन ने उसे बाहर निकाला. आज की तिथि तय होने की वजह से देर शाम अर्जुन का ऑपरेशन हुआ.

 

 

पटना  न्यूज़ डेस्क

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