बिहार न्यूज़ डेस्क श्रीकृष्ण जयंती पर को बिहार इंटेलेक्चुअल फोरम व मेडिवर्सल फाउंडेशन के बैनर तले विभिन्न क्षेत्रों से जुड़े 17 लोगों को बिहार केसरी सम्मान दिया गया. बिहार इंडस्ट्रीज एसोसिएशन(बीआईए) सभागार में राज्यपाल राजेन्द्र विश्वनाथ आर्लेकर ने इन्हें सम्मानित किया.
सम्मान पाने वालों में प्रदेश के चिकित्सा जगत, शिक्षा, समाजसेवा एवं अपने उद्यम से अग्रणी स्थान व पहचान बनाने वाले दिग्गज विभूतियों को सम्मानित किया गया. मौके पर आयोजक डॉ.निशिकांत कुमार, डॉ.निम्मी रानी एवं नवनीत रंजन ने कहा कि श्रीकृष्ण प्रसाद का आदर्श अपने जीवन में उतारने और उनके पदचिह्नों पर चलने की जरूरत है. पूर्व मुख्यमंत्री ने कभी जातीय संकीर्णता में अपने को नहीं बांधा. आज यहां इस सम्मान समारोह में उनके विचारों को ध्यान में रखा गया है. मौके पर किशोर कुणाल, विजय किशोरपुरिया, डॉ.नलिनी रंजन सिंह, एमएलसी डॉ.संजीव कुमार मौजूद रहे.
विज्ञान प्रतियोगिता के बच्चे हुए पुरस्कृत
श्रीकृष्ण ज्ञान मंदिर एवं श्रीकृष्ण विज्ञान केंद्र पटना के संयुक्त तत्वावधान में को बिहार के प्रथम मुख्यमंत्री डॉ श्रीकृष्ण सिंह की 136वीं जयंती मनाई गई. समारोह में श्रीकृष्ण विज्ञान केंद्र के अध्यक्ष विश्वमोहन शर्मा ने कहा कि डॉ श्रीकृष्ण सिंह भारतीय राजनीति के ऐसे जननायक थे जिनमें भावी पीढ़ी के उतरोत्तर विकास की प्रबल उत्कंठा थी. श्रीकृष्ण ज्ञान मंदिर के महासचिव प्रकाश कुमार ने कहा कि डॉ श्रीकृष्ण सिंह जाति, धर्म, भाषा और भाई-भतीजावाद की संकीर्ण भावनाओं से बहुत ऊपर उठे हुए थे. मौके पर वार्षिक विज्ञान प्रश्नोत्तरी 20 के जूनियर व सीनियर ग्रुप के विजेताओं को पुरस्कृत भी किया गया. विशिष्ट अतिथि कपिलदेव प्रसाद यादव ने श्रीबाबू की जीवनी का उल्लेख करते हुए उनसे प्रेरणा लेने की बात कही और उनके उज्ज्वल भविष्य की भी कामना की. कार्यक्रम में एआईसीसी के सदस्य अमरेन्द्र सिंह, पूर्व विधायक जितेन्द्र प्रसाद सिंह, शिक्षा पदाधिकारी विश्वनाथ गुप्ता मौजूद थे.
पटना न्यूज़ डेस्क

