उत्तरप्रदेश न्यूज़ डेस्क हाईटेक सिटी की मुख्य सड़कों के साथ सेक्टरों के अंदर लावारिस पशुओं के झुंड आसानी से घूमते हुए दिख जाएंगे. पार्कों और मार्केट में भी यह नजारा आम बात है. पिछले 15 दिनों के अंदर ही दो हादसे हो चुके हैं. इसके बावजूद आवारा पशुओं को पकड़ने के दावे हवा हवाई साबित हो रहे हैं. यह स्थिति तब है जब प्राधिकरण इसके नाम पर हर साल करोड़ों रुपये खर्च करता है.
शहरी क्षेत्र से लेकर गांवों में लावारिस पशुओं की समस्या दिन प्रतिदिन बढ़ती जा रही है. स्थिति यह है कि सड़क पर चलते समय गाड़ी के सामने कब कोई मवेशी आ जाए,कुछ पता नहीं. इसकी वजह से आए दिन हो रहे हादसों को देखते हुए प्रदेश सरकार ने गोशाला का निर्माण कर आवारा पशुओं को वहां रखने के दिशा निर्देश दिए गए हैं. ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण द्वारा जलपुरा गांव में गोशाला का संचालन किया जा रहा है,जहां 2000 से अधिक गोवंश को रखा गया है. इसके बाद भी समस्या का समाधान नहीं हो सका है. आवारा पशुओं के झुंड घूमते दिख जाएंगे. इसकी वजह से एक के बाद एक हादसे हो रहे हैं.
सेक्टर सिग्मा के पास एक सप्ताह पहले ही दो सांडों की लड़ाई में मायचा गांव के रहने वाले 22 वर्षीय युवक सुमित भाटी घायल हो गए थे, जिनकी इलाज के दौरान मौत हो गई. यही नहीं करीब 15 दिन पहले ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण की एसीईओ श्रीलक्ष्मी वीएस के काफिले के सामने आवारा पशु के आ जाने पर बड़ा हादसा होने से बच गया था. गाड़ी के सामने अचानक पशु आ जाने पर काफिले में शामिल गाड़ियां एक दूसरे से टकराकर क्षतिग्रस्त हो गई थीं. एसीईओ टीम के साथ विकास कार्यों का निरीक्षण करने निकली थीं.
सितंबर 2023 में बादलपुर क्षेत्र में आवारा पशु से टकराकर बाइक सवार युवक सड़क पर गिर गया था. इसके बाद तेज रफ्तार ट्रक ने उसे कुचल दिया था. हादसे में युवक की मौके पर ही मौत हो गई थी. यह घटना सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई थी.
नुकसान पहुंचा रहे
शहर की प्रमुख मार्केट जगत फार्म, अमृतपुरम, रामपुर व अल्फा-1 कमर्शियल बेल्ट आदि स्थानों पर भी आवारा पशुओं का आतंक हैं. आए दिन गाड़ियों को नुकसान पहुंचाते रहते हैं. इसके साथ ही हादसे का भी डर बना रहता है. एक माह पहले जगत फार्म मार्केट में दो सांडों की लड़ाई में एक कार बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गई थी. कार में सवार लोग बाल-बाल बचे थे.
पौवारी गांव के पास दूसरी गोशाला बनकर तैयार हो गई है. गोवंश सहित अन्य आवारा पशुओं को पकड़कर वहां रखने की व्यवस्था सुनिश्चित की जाएगी. इससे काफी राहत मिल जाएगी. इस समस्या से निजात दिलाने के लिए लगातार प्रयास किए जा रहे हैं. जलपुरा में पहले से एक गोशाला संचालित की जा रही है. -श्रीलक्ष्मी वीएस, एसीईओ ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण
नोएडा न्यूज़ डेस्क