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Noida  पहल घरेलू विवाद के 73 मामलों में समझौते से समाधान

Health : डिप्थीरिया जैसी गंभीर बीमारी से छुटकारा पाने के लिए इन घरेलू उपायों को अपनाएं

उत्तरप्रदेश न्यूज़ डेस्क   गौतमबुद्ध नगर कमिश्नरेट पुलिस द्वारा महिलाओं की सुरक्षा और सहायता के लिए महत्वपूर्ण कदम उठाए जा रहे हैं. आंकड़ों के मुताबिक, जनवरी से अब तक 73 प्रतिशत मामलों में काउंसिलिंग के जरिये समझौता हो चुका है. 1826 मामलों में से 1324 का निस्तारण कराया जा चुका है.

गौतमबुद्धनगर जिले के प्रत्येक थाने में स्थापित महिला हेल्प डेस्क पर महिला संबंधित शिकायतों को गंभीरता से सुना जा रहा है. महिला हेल्प डेस्क को बेहतर बनाने के लिए विभिन्न संसाधन और सॉफ्ट स्किल प्रशिक्षण दिए गए हैं. तीन महिलाकर्मियों की टीम हर थाने में तैनात हैं. इन डेस्क की निगरानी डीसीपी महिला सुरक्षा के कार्यालय द्वारा की जाती है. जहां रोजाना शिकायतों के निस्तारण की समीक्षा होती है. महिला हेल्प डेस्क पर केवल महिला पुलिसकर्मी ही महिलाओं की शिकायतें सुनती हैं और उनकी समस्याओं का समाधान करती हैं. थानों में हेल्प डेस्क पर शत-प्रतिशत फीडबैक लेने की व्यवस्था भी की गई है.

आंकड़े बताते हैं कि वर्ष 2024 में जनवरी से  तक महिला हेल्प डेस्क पर कुल 1,826 प्रार्थना पत्र प्राप्त हुए. इनमें से 1,324 मामलों में समझौता हुआ. 193 मामलों में मुकदमा/एनसीआर दर्ज की गई. 228 मामलों में अन्य कार्रवाई की गई. 81 मामलों की जांच अभी चल रही है. इन प्रयासों के जरिये महिलाओं को पुलिस पर भरोसा बढ़ा है और वे बेझिझक अपनी समस्याएं साझा कर रही हैं. इसके साथ ही जागरुकता कार्यक्रमों से भी लोगों की मानसिकता में सुधर रही है. इससे महिलाओं के प्रति व्यवहार बदला है और एक बेहतर समाज का निर्माण हो रहा है.

दंपति को समझाकर रिश्ता टूटने से बचाया

मामूली विवाद में पति-पत्नी के रिश्तों में आई दरार हो पुलिस ने काउंसलिंग कर सुलझा दिया. अब दंपती हंसी खुशी साथ रह रहे हैं.

पुलिस के मुताबिक, जनपद निवासी एक महिला ने बीते साल पुलिस से शिकायत की थी कि उसके पति आए दिन दहेज की मांग कर मारपीट करते हैं. शिकायती पर महिला सहायता प्रकोष्ठ सेक्टर 108 पर मध्यस्थता की लिए दंपती को बुलाया गया. डीसीपी महिला सुरक्षा के नेतृत्व में दंपती की काउंसलिंग की गई. पति और पत्नी के बीच घर का खर्च और समय न देने का विवाद था. दोनों की शादी वर्ष 2019 में हुई थी.

जागरुकता कार्यक्रम आयोजित कराए जा रहे

महिला बीट अधिकारी अपने क्षेत्र में जागरूकता कार्यक्रम आयोजित कर रही हैं. टीम महिलाओं और बच्चों से संवाद स्थापित करती हैं और महिला अपराधों से पीड़ितों का संपर्क बनाए रखती है. साथ ही, वे अपराधों की जानकारी इकट्ठा करने और समुदाय में विश्वास बढ़ाने का काम करती है. वहीं, महिला बीट अधिकारियों के काम का पर्यवेक्षण संबंधित सहायक पुलिस आयुक्त द्वारा किया जा रहा है.

जिले की पुलिस ने 140 महिला बीट क्षेत्र बनाए

जिले की पुलिस ने 140 महिला बीट क्षेत्र बनाए हैं. इनमें हर बीट में दो महिला पुलिस अधिकारी नियुक्त किए गए हैं. इन्हें स्वयं सिद्ध मोबाइल, बीट रजिस्टर और अन्य जरूरी संसाधन दिए गए हैं. महिला बीट प्रणाली को महिला हेल्प डेस्क से जोड़ते हुए, पारिवारिक झगड़ों और अन्य छोटे मामलों की जांच महिला बीट अधिकारियों द्वारा कराई जाती है.

महिलाओं की सुरक्षा और शिकायतों के निस्तारण को लेकर सभी थानों में महिला हेल्प डेस्क स्थापित की गई है. यहां महिला पुलिसकर्मियों द्वारा शिकायतों का निस्तारण किया जाता है. 1324 मामलों को काउंसिलिंग के जरिए सुलझाया गया. -लक्ष्मी सिंह, पुलिस कमिश्नर गौतमबुद्धनगर

 

 

नोएडा न्यूज़ डेस्क

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