
उत्तरप्रदेश न्यूज़ डेस्क प्राधिकरण ने सफाई व्यवस्था में लापरवाही बरतने पर पांच फर्मों पर जुर्माना लगाया है. प्राधिकरण ने तीन फर्मों के मासिक भुगतान में से दो फीसदी की कटौती की है और दो अन्य फर्मों पर पांच-पांच लाख रुपये का जुर्माना लगाया गया है.
सफाई कर्मचारियों की हड़ताल की वजह से प्राधिकरण ने निजी फर्मों से सफाई कर्मचारी लेकर सफाई अभियान शुरू कराया है. एसीईओ अमनदीप डुली ने कासना का निरीक्षण किया. कासना के मुख्य मार्ग के साइड वर्ज और सर्विस रोड पर जगह-जगह कूड़े के ढेर मिले. इस पर संबंधित फर्म एजी इनवायरो पर पांच लाख रुपये का जुर्माना लगाया गया. हल्दौनी में गंदगी मिलने पर मैसर्स साईंनाथ सेल्स एंड सर्विस पर पांच लाख रुपये का जुर्माना लगाया गया है.
सेक्टर बी व सी, गौड़ सिटी वन व टू, 130 मीटर रोड, सेक्टर-10 व टेकजोन-4 में कूड़े के ढेर मिलने पर मैसर्स एंटनी वेस्ट हैंडलिंग, मैसर्स आरआर फैसिलिटीज, मैसर्स बिमलराज आउटसोर्सिंग के मासिक भुगतान में दो-दो फीसदी की कटौती की जाएगी. ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के सीईओ एनजी रवि कुमार ने ग्रेटर नोएडावासियों से शहर को साफ-सुथरा रखने में सहयोग की अपील की है.
कर्मचारी-नियोक्ता में तालमेल जरूरी
सहायक श्रमायुक्त सरजूराम शर्मा ने कहा कि कर्मचारी और नियोक्ता के बीच तालमेल से दोनों पक्षों को लाभ होता है. दोनों पक्षों में बेहतर सामंजस्य अति आवश्यक है.
इंडियन इंडस्ट्रीज एसोसिएशन (आईआईए) की मासिक बैठक में सहायक श्रमायुक्त सरजूराम शर्मा ने कहा कि जनपद में कर्मचारी-नियोक्ता से जुड़े 10 हजार वाद लंबित हैं. उन्होंने कहा कि नियोक्ता और कर्मचारी दोनों को समझौते के माध्यम से इस तरह के विवादों के निराकरण पर जोर देना चाहिए. पूरा निपटारा होने के बाद भी श्रमिक संगठन और ठेकेदार नियोक्ता को नोटिस भेजते हैं, इस पर अंकुश लगाने का प्रयास किया जा रहा है.
नोएडा न्यूज़ डेस्क