
उत्तरप्रदेश न्यूज़ डेस्क बंद घरों की रेकी कर चोरी करने वाले गिरोह के पांच सदस्यों को पुलिस ने सेक्टर-62 से दबोचा. इनमें एक महिला और कबाड़ी भी शामिल है. इनकी निशानदेही पर लाखों रुपये का चोरी का माल बरामद हुआ है.
आरोपियों ने हाल के दिनों में नोएडा के अलग-अलग क्षेत्र में चोरी की 15 वारदात की है. गिरोह का पर्दाफाश करने के बाद डीसीपी हरीश चंदर ने बताया कि जुबैर, मशील, मोहम्मद मिन्हाज आलम, मुरसलीम उर्फ मुर्रु और गुलसफा शातिर किस्म के अपराधी हैं. पांचों दिन में ऑटो में बैठकर शहर के सघन और सुनसान जगहों पर बने बंद घरों की रेकी करते थे और रात में चोरी करते थे. मुरसलीम कबाड़ी है. चोरी के सामान को वही खरीदता था. पकड़े गए बदमाशों ने बताया कि बीते दो से तीन माह के अंदर ही उन्होंने इसे बंद घरों और फ्लैटों से चोरी किया है.
जेल से बाहर आने पर गिरोह बनाया डीसीपी ने बताया कि यह मुर्रू गैंग है जो 2022 में बना और चोरी की घटनाएं शुरू की. सभी आरोपी मूलरूप से बिहार के अररिया जिले के हैं. गैंग का सरगना जुबैर है जो 2022 में एक लूट की घटना में गिरफ्तार हुआ था. जेल से बाहर आने के बाद यह ऑटो चलाने लगा. पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार फिर मशील, मिन्हाज, मुरसलीम और गुलफसा के साथ मिलकर गैंग बनाया. पिछले दिनों सेक्टर-47, 56, 24 समेत कई जगहों पर चोरी की है. आरोपी ताला काटने के लिए इलेक्ट्रिक कटर रखते थे. चोरी के समय भी गुलफसा साथ जाती थी.
महिला की भूमिका अहम
एडिशनल डीसीपी शक्ति मोहन अवस्थी ने बताया कि गिरोह में एक महिला को पूरी रणनीति के साथ शामिल किया गया था. ऑटो में जब महिला सवार होती थी तो लोग समझते थे कि वह सोसाइटी की है और परिवार के साथ कहीं जा रही है. जिस घर को निशाना बनाता होता था महिला उसकी फोटो खींच लेती थी. इकी निशानदेही पर सोने और चांदी के आभूषण, बर्तन, कीमती मूर्तिंया, दो लाख 35 हजार की नई और 74500 की पुरानी करेंसी बरामद किए हैं.
इन घरों को बनाते थे निशाना
● जिन घरों की लाइट कई दिन तक बंद रहती थी
● जिस घरों के दरवाजे पर कई दिन का समाचार पत्र पड़ा रहता था
● जिस घर की खिड़कियों और ताले के पास जाले होते थे
● जिन लोगों के अन्य मकान या घर दूसरे शहर में होते थे
नोएडा न्यूज़ डेस्क