
उत्तरप्रदेश न्यूज़ डेस्क ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण कार्यालय के बाहर चल रहा किसानों का धरना 122 दिन बाद समाप्त हो गया. प्राधिकरण और किसानों के बीच कई मुद्दों पर लिखित समझौता हुआ. इसके बाद किसानों ने धरना खत्म करने ऐलान कर दिया.
समझौते के अनुसार, 10 फीसदी आबादी प्लॉट, नए कानून को लागू करने सहित सभी मुद्दों पर प्राधिकरण और किसानों के बीच सहमति बन गई है. ज्यादातर मसले अक्तूबर में होने वाली बोर्ड बैठक में पास कर दिए जाने की उम्मीद है. किसान सभा के प्रवक्ता डॉ. रूपेश वर्मा ने धरने पर मौजूद लोगों का बताया कि तीन दिन से समझौते का ड्राफ्ट तैयार हो रहा था. इसको किसान सभा की जिला एक्शन कमेटी ने अनुमोदित किया. अनुमोदन के बाद धरनारत किसानों के सदन ने समझौते को मानते हुए धरने को 31 अक्तूबर तक के लिए स्थगित कर दिया. किसान सभा के संयोजक वीर सिंह नागर ने कहा कि मुख्य कार्यपालक अधिकारी रवि कुमार एनजी से किसानों को कार्रवाई का पूर्ण आश्वासन मिला है. सीईओ ने धरनास्थल पर आकर किसानों से वादा किया कि वह भी किसान परिवार से हैं और किसानों की सभी समस्याओं को गंभीरता के साथ हल करने का काम करेंगे.
कार्रवाई नहीं होने पर दोबारा विरोध करेंगे
किसान सभा के वरिष्ठ उपाध्यक्ष ब्रह्मपाल सूबेदार ने कहा कि यह लड़ाई लोगों की सामूहिक भावना के आधार पर जीती गई है. विपक्षी पार्टियों और सभी किसान संगठनों का भूतपूर्व सहयोग मिलने की वजह से लड़ाई अपने मुकाम तक पहुंची है. जय जवान जय किसान आंदोलन के राष्ट्रीय अध्यक्ष सुनील फौजी ने कहा कि किसानों की एकता ही उनकी ताकत है स्थाई मोर्चा लगाकर ही लड़ाई जीती जा सकती है. किसानों का कहना है कि यदि समझौते के अनुसार प्राधिकरण और सरकार यदि कार्रवाई नहीं करते हैं तो लड़ाई पुन एक नवंबर से शुरू कर दी जाएगी.
नोएडा न्यूज़ डेस्क