![Dhanbad रंगदारी के लिए कॉल : धनबाद जेल में सक्रिय 11 मोबाइल फोन का सुराग नहीं](https://samacharnama.com/static/c1e/client/79965/uploaded/37859477dec46c6d372e7e94313ad571.webp?width=730&height=480&resizemode=4)
उत्तरप्रदेश न्यूज़ डेस्क प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का एआई तकनीकी का इस्तेमाल करके डीपफेक वीडियो बनाने वाले आरोपी के खिलाफ अब सेक्टर-49 थाने में रंगदारी मांगने और जान से मारने की धमकी देने के मामले में भी केस दर्ज हुआ है. आरोपी उत्तर प्रदेश रेहड़ी-पटरी संचालक वेलफेयर एसोसिएशन का अध्यक्ष भी है. पुलिस सभी पहलुओं को ध्यान में रखकर मामले की जांच कर रही है.
बरौला गांव निवासी धर्मवीर ने पुलिस को दी शिकायत में बताया कि गांव का श्याम गुप्ता रेहड़ी पटरी वालों से रंगदारी मांगता है और न देने पर जान से मारने और जेल भिजवाने की धमकी देता है. इससे पहले श्याम गुप्ता ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री का डीपफेक वीडियो बना कर अपने एक्स हैंडल पर अपलोड किया था.
यह वीडियो तेजी से वायरल हो गया था. वायरल वीडियो का संज्ञान लेते हुए एसटीएफ की नोएडा यूनिट ने आरोपी के खिलाफ सेक्टर-36 स्थित साइबर क्राइम थाने में मुकदमा पंजीकृत कराया और बाद में आरोपी श्याम गुप्ता को गिरफ्तार कर लिया था. आरोपी के खिलाफ पूर्व में भी कई थानों में केस दर्ज होने की जानकारी पुलिस को मिली है. पुलिस के मुताबिक आरोपी श्याम किशोर गुप्ता मूलरूप से जनपद लखीमपुर खीरी का रहने वाला है. वह काफी समय से नोएडा के बरौला में रह रहा था.
क्या है डीपफेक वीडियो
डीपफेक वीडियो में मशीन लर्निंग और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का इस्तेमाल किया जाता है. इन वीडियो को बनाने के लिए किसी व्यक्ति की आवाज और बोलने के लहजे को कंप्यूटर एल्गोरिदम की मदद से ‘कैप्चर’ किया जाता है. फिर सॉफ्टवेयर की सहायता से नए वीडियो में इस व्यक्ति को बोलते हुए दिखाया जाता है, जबकि वास्तव में वह ऐसा कुछ नहीं कह रहा होता है.
नोएडा न्यूज़ डेस्क