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Noida  जीवनदान नाला किनारे चूहों के काटने से जख्मी नवजात अस्पताल में मुस्कुराया
 

यूपी के सहारनपुर जिले के महिला जिला अस्पताल में बुधवार तड़के एक नवजात के गायब होने से हंगामा मच गया।   जब सीसीटीवी देखा गया तो पता चला कि एक महिला नवजात को लेकर जा रही है। जिसके बाद पुलिस से शिकायत की गई। पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है।  एक तरफ जहां बच्चा चोरी होने के बाद परिवार का रो-रोकर बुरा हाल है। दूसरी तरफ इस घटना ने अस्पताल प्रशासन की सुरक्षा व्यवस्था पर भी कई सवाल खड़े कर दिए हैं।  अस्पताल प्रबंधन के मुताबिक प्रसव के बाद महिला को प्रथम तल पर भर्ती किया गया था। इस दौरान एक अज्ञात महिला भी प्रसूता के साथ लगी हुई थी। आशंका है कि वही संदिग्ध महिला बच्चा चोरी करके ले गई है।  जनकपुरी पुलिस का कहना है कि 13 अगस्त को थाना जनकपुरी क्षेत्र के अंतर्गत अस्पताल में महफूज अपनी पत्नी को डिलीवरी के लिए लाया था। डिलीवरी के बाद महिला को वार्ड में शिफ्ट कर दिया गया।  16 अगस्त की सुबह जब महिला सोकर उठी तो बच्चा उसके बिस्तर पर नहीं था, जिसकी सूचना जनकपुरी पुलिस को दी गई। पुलिस मामले की जांच कर रही है।

उत्तरप्रदेश न्यूज़ डेस्क  मां, मेरा क्या कसूर था जो जन्म देते ही मुझसे अपना आंचल छीन लिया. अंधेरी रात में नाले किनारे छोड़ दिया. हो सकता है कि तुम्हारी कुछ मजबूरियां रही होंगी, लेकिन मैंने क्या गुनाह किया था. जानती हो मां, मैं चींटियों से घिर गया था. चींटियों ने मुझे जख्मी भी कर दिया. चूहों ने भी मुझे काटा. लेकिन कुछ पुलिसवाले देवदूत बनकर आए, अस्पताल में भर्ती करवाया. अब मैं स्वस्थ हो रहा हूं.


यह दास्तां करीब पांच दिन के उस मासूम की है, जिसे किसी ने  की रात मामूरा के नाले के पास फेंक दिया. पुलिस के अनुसार बच्चे को किसी कपड़े से लपेटा तक नहीं गया था. उसके मुंह और नाक से खून निकल रहा था. आसपास चींटियां और चूहे थे, जो उसे काट रहे थे. नवजात के रोने की आवाज सुनकर एक व्यक्ति ने पुलिस को सूचना दी. फेज तीन थाना प्रभारी विजय कुमार पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे. नवजात लगातार रोए जा रहा था, ऐसे में महिला पुलिसकर्मियों को बुलाया गया. वे बच्चे को गोद में लेकर एक निजी अस्पताल पहुंचीं.  वह अस्पताल में मुस्कुराया. नवजात की हालत अब खतरे से बाहर है.
पुलिस उठाएगी खर्च
नवजात की जान बचाने के लिए पुलिसकर्मियों और चिकित्सकों की शहरवासी सोशल मीडिया पर सराहना कर रहे हैं. कमिश्नरेट के अधिकारियों ने बच्चे के इलाज का खर्च उठाने की बात कही है. अस्पताल में पुलिसकर्मी की नवजात की देखभाल के लिए ड्यूटी लगाई गई. चिकित्सकों के मुताबिक, कुछ घंटे और बच्चे को मदद नहीं मिलती तो उसकी जान भी जा सकती थी.
आसपास के कैमरों की जांच
पुलिस घटनास्थल के आसपास लगे सीसीटीवी कैमरे की फुटेज खंगाल रही है, ताकि पता लग सके कि बच्चे को कौन फेंक गया. फिलहाल बच्चे के माता-पिता के बारे में कोई जानकारी नहीं है. आशंका है कि किसी कुंवारी मां ने लोक-लाज के भय से प्रसव के बाद बच्चे को नाले के किनारे फेंक दिया.
समिति को जानकारी दी
पुलिस ने घटना की जानकारी बाल कल्याण समिति को दी. समिति के पदाधिकारी सुबह अस्पताल पहुंचे. बच्चे के ठीक होने के बाद समिति की निगरानी में उसे रखा जाएगा. बच्चे के माता-पिता को लेकर पुलिस ने मामूरा में कई लोगों से पूछताछ भी की है.
गोद लेने पहुंचे लोग
जैसे ही लोगों को पता चला कि नाले के पास नवजात मिला है, कुछ लोग उसे गोद लेने के लिए पुलिस से संपर्क करने लगे. कई लोगों ने नवजात को गोद लेने के लिए लाखों रुपये तक देने की बात कही. हालांकि पुलिस ने नियम और कानून का हवाला देते हुए ऐसा करने से मना कर दिया.


नोएडा न्यूज़ डेस्क
 

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