
उत्तरप्रदेश न्यूज़ डेस्क सफाई कर्मचारियों की हड़ताल पर ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण ने सख्त रुख अपना लिया है. प्राधिकरण ने हड़ताल पर गए सफाईकर्मियों की जगह नए स्टाफ की नियुक्ति के निर्देश दिए हैं. साथ ही काम नहीं करने वाले कर्मचारियों को वेतन का भुगतान भी नहीं होगा.
सफाईकर्मी दिवाली से पहले से ही हड़ताल पर चले गए थे. इन सफाई कर्मियों की मुख्य मांग लगभग हजार रुपये मासिक वेतन की है. वर्तमान समय में इन सफाई कर्मियों को 0 रुपये प्रतिमाह वेतन दिया जा रहा है. जबकि यमुना प्राधिकरण एरिया में इसी माह सफाई कर्मचारियों का वेतन बढ़ाकर 000 रुपये कर दिया गया है. टेंडर की शर्तों के मुताबिक निर्धारित समयावधि में वेतन में हर दो साल में पांच फीसदी की वृद्धि का प्रावधान पहले से है. प्राधिकरण ने आश्वस्त किया है कि टेंडर में निर्धारित समय पर वेतन वृद्धि कर दी जाएगी. सफाई कर्मियों की दूसरी मांग बोनस के भुगतान की थी. प्राधिकरण ने विगत वर्ष की भांति ही दिवाली से पहले बोनस का भुगतान कर दिया है.
कर्मचारियों के साथ बैठक बेनतीजा रही प्राधिकरण के सीनियर अधिकारियों के स्तर से कई दौर की वार्ता भी हो चुकी है. प्राधिकरण की तरफ से आश्वस्त किया गया है, लेकिन सफाईकर्मी अपने जिद पर अड़े हैं. अब तक कॉन्ट्रैक्टर अस्थाई रूप से स्टाफ बढ़ाकर काम चलाने की कोशिश कर रहे थे, लेकिन अब प्राधिकरण ने कॉन्ट्रैक्टरों से स्थाई स्टाफ की तैनाती करने के निर्देश दिए हैं. हड़ताली सफाईकर्मियों के साथ भी बैठक की गई, जिसमें सफाई कर्मियों की शेष मांगों पर निर्णय करने के लिए कमेटी की बैठक शीघ्र कराने का आश्वासन प्राधिकरण की तरफ से दिया गया.
कूड़ा ना उठने से लोग परेशान हड़ताल की वजह से लोग परेशान हैं. घरों में कचरा एकत्र हो गया है. सफाई न होने से जगह-जगह कूड़े के ढेर लग गए हैं. लोगों का कहना है कि प्राधिकरण को सफाई कर्मचारियों की समस्याओं का हल करना चाहिए. हड़ताल खत्म होने के बाद ही सफाई व्यवस्था पटरी पर लौटेगी.
नोएडा न्यूज़ डेस्क