उत्तरप्रदेश न्यूज़ डेस्क जिले में होम्योपैथी से इलाज कराने वाले मरीज बढ़ रहे हैं. एक साल में दो लाख से अधिक मरीज होम्योपैथी डिस्पेंसरी में इलाज कराने पहुंचे हैं. पिछले दो साल में मरीजों का आंकड़ा चार लाख से अधिक है.
होम्योपैथी में कई बीमारियों का कारगर उपचार है. मरीजों को इलाज लंबा बेशक चल रहा है, लेकिन बीमारी के शत-प्रतिशत ठीक होने के दावे चिकित्सक कर रहे हैं.
होम्योपैथी पद्धति के बारे में कहा जाता है कि अगर बीमारी को जड़ से खत्म करना हो, तो होम्योपैथी को पकड़ लो. जिला एमएमजी अस्पताल में चल रही डिस्पेंसरी की महिला चिकित्सक डॉ. पुष्पेंद्र चौधरी का कहना है कि होम्योपैथी दवाइयां व्यक्ति की बीमारी की गंभीरता, उससे होने वाले स्ट्रेस और उसे व्यक्ति के रिएक्शन का ध्यान रखते हुए दी जाती है.
इन दवाओं को कोई साइड इफेक्ट नहीं होता और गर्भवती महिलाओं पर भी दवा का दुष्प्रभाव नहीं होता. कई बीमारियां दवाइयों की मदद से जड़ से ठीक हो जाती हैं. अस्पताल में महिला रोग के 20 प्रतिशत, त्वचा रोग के 50 प्रतिशत और सामान्य बीमारी के 30 प्रतिशत मरीज आते हैं. प्रतिदिन डिस्पेंसरी में 150 से 200 मरीज आते हैं. निजी होम्योपैथी डॉक्टर जितेंद्र चौधरी बताते हैं कि त्वचा से जुड़ी बीमारी दाद-खुजली, कील-मुहांसे, सोरायसिस, फंगल इन्फेक्शन, रिंगवॉर्म, किडनी स्टोन, नाक कान गला की बीमारी, फेफड़ों संबंधी बीमारी में होम्योपैथिक दवाएं बेहद कारगर है. शरीर की इम्यूनिटी बढ़ाने में भी दवाएं अच्छा काम करती है.
तीन साल की स्थिति
वर्ष मरीज
2021-22 158379
2022-23 2108
2023-24 221537
15 स्थानों पर सरकारी डिस्पेंसरी
होम्योपैथी दवाएं के लिए जिले में जिला अस्पताल, सैदपुर हुसैनपुर, भोजपुर, निवाड़ी, मुरादनगर, सुराना, दुहाई, राजनगर, विजयनगर, वैशाली, प्रताप विहार, पामी, असालतपुर, खड़खड़ी, लोनी में डिस्पेंसरी संचालित हैं. यहां लोगों को सुविधाएं दी जा रही है.
नोएडा न्यूज़ डेस्क