
उत्तरप्रदेश न्यूज़ डेस्क यमुना प्राधिकरण क्षेत्र की विरासत को सहेजने के लिए सलाहकार एजेंसी का चयन किया जाएगा. इसके लिए जल्द ही ईओआई निकाला जाएगा. इसके जरिये कंपनी तय करके डीपीआर बनवाई जाएगी.
यमुना प्राधिकरण क्षेत्र में ग्रेटर नोएडा से लेकर आगरा तक तमाम पर्यटन स्थल हैं. दनकौर का द्रोणाचार्य मंदिर, बिलासपुर, धनौरी का वेटलैंड आदि को भी पर्यटन स्थल के रूप में विकसित किया जाएगा. यहां अपेक्षा के अनुरूप पर्यटक नहीं आते हैं. साथ ही, इनका रखरखाव भी बेहतर तरीके से नहीं होता है. यमुना प्राधिकरण पुरानी विरासत को सहेजने के लिए प्रयास शुरू करेगा. इसके लिए जल्द ही ईओआई निकाला जाएगा. इसमें चयनित कंपनी इनकी डीपीआर बनाएगी. दरअसल यमुना प्राधिकरण के अफसरों से इंडियन यूपी टूरिज्म एंड हेरिटेज संस्था के पदाधिकारी मिले थे. उन्होंने इस स्थलों को विकसित करने का सुझाव दिया था.
बिजली बिल न भरने पर आरसी जारी
विद्युत निगम ने लंबे समय से बिजली बिल का भुगतान नहीं करने वाले 20 उपभोक्ताओं के खिलाफ वसूली प्रमाणपत्र (आरसी) जारी किए. इन उपभोक्ताओं पर 235 करोड़ रुपये का बिल बकाया है.
विद्युत निगम के अनुसार शहरी क्षेत्र में छह हजार बकायेदार उपभोक्ता हैं, जिन पर विद्युत निगम का 65 करोड़ रुपये से अधिक का बिल बकाया है. वहीं, देहात क्षेत्र में 14 हजार बकायेदार उपभोक्ता हैं, जिन पर विद्युत निगम का 170 करोड़ रुपये से अधिक का बिल बकाया है. कई बार नोटिस जारी करने भी 20 हजार से अधिक उपभोक्ताओं ने बिल जमा नहीं किया. विद्युत निगम ने उनके खिलाफ आरसी जारी की है.
नोएडा न्यूज़ डेस्क