
उत्तरप्रदेश न्यूज़ डेस्क शहर के 119 बड़े नालों की सफाई का काम 10 जून के आसपास शुरू हो जाएगा ऐसे में जुलाई के दूसरे सप्ताह तक नालों की सफाई का काम पूरा कर लिया जाएगा इसके लिए नोएडा प्राधिकरण ने टेंडर जारी करने शुरू कर दिए हैं सभी बड़े नालों के करीब 12 करोड़ रुपये के टेंडर जारी किए जा रहे हैं
जलभराव की सबसे बड़ी वजह नालों की ठीक ढंग से सफाई न होना सामने आया था संवाद में भी लोगों ने मुख्य रूप से कहा था कि कुछ नालों की सफाई कई साल से नहीं हुई है ऐसे में अब नोएडा प्राधिकरण ने नालों की सफाई शुरू कराने के लिए टेंडर जारी करने शुरू कर दिए हैं
प्राधिकरण अधिकारियों ने बताया कि अधिकांश टेंडर में कंपनियों से 30 मई से लेकर एक जून तक आवेदन मांगे गए हैं इसके बाद एक सप्ताह में जरूरी औपचारिकताएं पूरी कर 10-15 जून के बीच में काम शुरू करा दिया जाएगा ऐसे में करीब एक महीने नालों की सफाई होने में लगेंगे कवर्ड और लंबी पुलिया की सफाई सुपर शकर मशीन के जरिए होगी अधिकारियों ने बताया कि नाले की सिल्ट निकालते ही उसको उठवाया जाएगा
शहर में जनस्वास्थ्य विभाग के दो डिवीजन में हैं डिवीजन वन में सबसे ज्यादा 64 नाले हैं ये नाले 700 मीटर से लेकर आठ किलोमीटर तक लंबे हैं ये नाला छिजारसी बाराघर के पास से शुरू होकर सेक्टर-34 सिंचाई नाले में आकर मिलता है सभी 64 नालों की लंबाई 143 किलोमीटर 300 मीटर है दूसरे डिवीजन में 55 नाले हैं इन नालों की लंबाई 119 किलोमीटर 600 मीटर है इसमें सबसे बड़ा नाला सेक्टर-51, एनएसईजेड से सेक्टर-142 तक जाने वाला 10 किलोमीटर लंबा नाला है
टेंडर में देरी पर सवाल
दिल्ली-एनसीआर में जून के अंत तक मानसून आने का अंदेशा रहता है ऐसे में लोगों का कहना है कि जून में सफाई का काम पूरा कर लेना चाहिए, लेकिन प्राधिकरण की ओर से जारी टेंडर के हिसाब से नालों की सफाई का काम आधा भी नहीं हो पाएगा जिसकी वजह से जलभराव की समस्या होगी प्राधिकरण को अब तक नालों की सफाई का काम शुरू करा देना चाहिए था
नोएडा न्यूज़ डेस्क