Noida शिकंजा निर्माण कंपनी का एक और जीएम गिरफ्तार, निर्माणाधीन साइट में लिफ्ट टूटने का मामला

उत्तरप्रदेश न्यूज़ डेस्क आम्रपाली ड्रीम वैली की निर्माणाधीन साइट पर हुए लिफ्ट हादसे के एक और आरोपी गिरधारी लाल कंस्ट्रक्शन प्रा.लि. के जीएम/ एडमिन को पुलिस ने गिरफ्तार किया. मामले के अन्य आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस ने 20 से अधिक जगहों पर दबिश दी गई. पुलिस का कहना है कि जीएम लिफ्ट से संबंधित सुरक्षा मानकों की जिम्मेदारी संभाल रहे थे.
ग्रेनो वेस्ट के सेक्टर टेकजोन-4 में आम्रपाली ड्रीम वैली की निर्माणाधीन सोसाइटी के टावर नंबर 12 पर 14वीं मंजिल से पैसेंजर लिफ्ट टूट गई थी. इस हादसे में आठ श्रमिकों की मौत हो गई. पुलिस के मुताबिक, इस मामले के एक और आरोपी लवजीत कुमार को गिरफ्तार किया गया. वह समृद्धि ग्रांड एवेन्यू सोसाइटी में रहते हैं और मूलरूप से ग्राम नागल सिरोही थाना महेन्द्रगढ़, जिला महेन्द्रगढ़ हरियाणा का रहने वाले हैं.
लवजीत कुमार गिरधारी लाल कंस्ट्रक्शन प्रा.लि. एडमिन/ जीएम कामर्शियल के पद पर कार्यरत है. जांच में पता चला है कि कंपनी की तरफ से साइनिंग अथॉरिटी भी इसी के पास है. टावर नंबर सी- 11 और सी-12 की जांच में पता चला कि लिफ्ट से संबंधित सुरक्षा मानकों की जिम्मेदारी भी लवजीत कुमार संभाल रहे थे. उन पर आरोप है कि बारिश होने के बावजूद लिफ्ट का संचालन करवाते रहे. जान बूझकर यह लापरवाही की गई, जिसके चलते यह हादसा हुआ.
मजदूरों के जाने का सिलसिला जारी आम्रपाली के ड्रीम वैली के निर्माणाधीन प्रोजेक्ट पर भी मजदूरों का साइट छोड़कर जाने का सिलसिला जारी रहा. विश्वकर्मा जयंती के कारण अधिकतर मजदूर साइड को छोड़कर नहीं गए. 200 से 300 मजदूर चले गए. जब तक सभी मजदूर वहां से नहीं जाएंगे तब तक साइट को सील नहीं किया जा सकेगा. दो हजार मजदूरों का वहां से जाना बाकी है. कुछ मजदूरों ने साइट को छोड़कर जाने से इनकार किया है. अमरपाली ड्रीम वैली प्रोजेक्ट के निर्माणाधीन साइट पर करीब 3 हजार से भी अधिक मजदूर काम करते हैं. जिनसे लिफ्ट हादसा होने के बाद जगह खाली करने के लिए कहा गया है. से अब तक करीब 1200- 1300 मजदूर वहां से जा चुके हैं. 200 से 300 मजदूर ही साइट को खाली करके गए. अभी भी 2 हजार मजदूरों का वहां से जाना बाकी है. विश्वकर्मा जयंती होने के कारण पुलिस ने भी मजदूरों पर ज्यादा दबाव नहीं बनाया. कहीं और कामना न मिलने के कारण कुछ मजदूरों ने साइट को छोड़ने जाने से इनकार कर दिया है. ऐसे में जब तक वह नहीं जाएंगे तो साइट को सील नहीं किया जा सकेगा. मजदूरों का कहना है कि यहां काम करके ही उनकी रोजी-रोटी चल रही थी. परिवार का पालन पोषण साइट पर रहकर ही कर रहे थे.
नोएडा न्यूज़ डेस्क