Samachar Nama
×

Nalnda डॉक्टर दंपती के घर लूटकांड के खुलासे को एसआईटी गठित

Bharatpur  लूट की घटना : चाकू की नोंक पर चार बदमाशों ने एक महिला से लूटपाट की
 

बिहार न्यूज़ डेस्क  सदर थाना क्षेत्र के भिखनपुर में डॉक्टर दंपती राजीव कृष्ण और मनीषा भावे के घर हुए लूटकांड के खुलासे को एसआईटी गठित की गई है. एसआईटी ने  से कार्रवाई शुरू कर दी है. हालांकि घटना के 24 घंटे बाद भी अपराधियों की गिरफ्तारी नहीं हो पायी है.
एएसपी नगर भानू प्रताप सिंह के नेतृत्व में  सुबह करीब नौ बजे एफएसएल और डॉग स्क्वायड डॉक्टर के घर जांच के लिए पहुंचा. डॉग स्कॉयड की मदद से घटनास्थल पर छानबीन की गई. अपराधियों के आने और जाने वाले रास्ते की डॉग स्कॉयड ने जांच की. पीड़ित परिवार के घर से लेकर आने-जाने के संभावित मार्ग पर विशेष टीम ने टावर डंप किया है. वहीं, रामदयालु नगर, कच्ची-पक्की, भिखनपुरा, रामदयालु नगर ओवरब्रिज के समीप, खबड़ा आदि इलाकों में लगे सीसीटीवी का फुटेज खंगाला. एएसपी ने बताया कि अपराधियों की गिरफ्तारी के लिए एसआइटी का गठन कर दिया गया है. वे स्वयं टीम की मॉनिटरिंग कर रहे हैं. शीघ्र अपराधियों की गिरफ्तारी होगी. विशेष टीम ने मुशहरी वप रामदयालु इलाके में छापेमारी की.
● दोनों के मोबाइल की सीडीआर खंगाल रही एसआईटी
● मुशहरी व रामदयालु इलाकों में कई ठिकानों पर हुई छापेमारी
डॉक्टर के पिता के आवेदन पर लूट की एफआईआर
डॉ. राजीव के पिता रिटायर एचएम प्रेमचंद्र प्रसाद सिंह के आवेदन पर सदर थाने में लूट की एफआईआर की गई है. आवेदन में बताया गया है कि वह घर से निकलकर सामने ही एक मार्केट में बैठे थे. इसी बीच करीब 6.17 बजे हथियार से लैस होकर चार की संख्या में अपराधी उनके घर में डॉक्टर साहब कहते हुए घुस आये. उन्होंने कैश और आभूषण निकालकर देने को कहा. उसने बड़ी बहू एसकेएमसीएच में स्त्रत्त्ी रोग विशेषज्ञ के रूप में कार्यरत डॉ मनीषा भावे, उनकी नातिन पूजा, पत्नी लक्ष्मी और घर में काम करने वाली दाई को गन प्वाइंट पर ले लिया. अपराधियों ने दो आलमीरा में रखे आभूषण और पैसे निकाल लिए. इसके बाद तीसरे आलमीरा को खोलने को कहा. इसकी चाबी घर में नहीं थी. इसपर बदमाशों ने फोन करवाकर घर बुलवाया और उनसे चाबी लेकर तीसरी आलमीरा में रखे आभूषण और कैश भी लूट लिए. वहीं बरामदे में लगी बाइक भी ले गए.


घटना के एक घंटे बाद पहुंची सदर पुलिस
घटना के बाद सूचना मिलने पर भी सदर थाने की पुलिस करीब एक घंटे बाद पहुंची. गृहस्वामी ने बताया कि सबसे पहले 112 नंबर की गाड़ी पहुंची. उसने अपराधियों का पीछा नहीं किया. इसके बाद सदर थाने की पुलिस पहुंची. पुलिस अपराधियों का पीछा करने की जगह केवल आश्वासन देती रही. गृहस्वामी ने पुलिस की कार्रवाई पर काफी असंतोष व्यक्त किया है. कहा है कि वरीय अधिकारियों से ही कुछ उम्मीद है. सदर पुलिस से वे उम्मीद छोड़ चुके हैं. इधर, विशेष टीम घर में बच्चों को पढ़ाने आने वाले शिक्षक और नौकरानी से भी मामले में पूछताछ कर सकती है. दोनों के मोबाइल की सीडीआर भी खंगालने में एसआईटी जुटी है. हालांकि गृहस्वामी का कहना है कि दोनों की भूमिका संदिग्ध नहीं है.
गृहस्वामी ने आशंका व्यक्त की है कि  को कार से दो युवक उनके घर के सामने सड़क पर पहुंचे थे. उन्होंने आशंका जतायी कि दोनों युवक रेकी करने पहुंचे थे. घटना के समय भी एक युवक की कद-काठी उससे मिल रही थी.

नालंदा  न्यूज़ डेस्क
 

Share this story