Nalanda आधार बिना नहीं खुलेगी डिजीलॉकर की डिग्री, 1.81 लाख छात्रों की डिग्री हो चुकी है अपलोड
बिहार न्यूज़ डेस्क बीआरए बिहार विवि में डिजीलॉकर को आधार कार्ड से जोड़ा जायेगा. इसकी तैयारी परीक्षा विभाग ने शुरू कर दी है. इसके अलावा डिजीलॉकर में सभी सर्टिफिकेट की सुरक्षा के लिए क्यूआर कोड लगाने पर भी विचार किया जा रहा है.
डिजीलॉकर के लिए छात्रों को एक पासवर्ड दिया जायेगा, जिससे वह डिजीलॉकर खोल सकेंगे. परीक्षा विभाग का कहना है कि आधार कार्ड से टैग होने पर डिग्री के फर्जीवाड़े का खतरा नहीं रहेगा. आधार कार्ड और उससे जुड़े मोबाइल नंबर पर ओटीपी आने के बाद ही छात्र डिग्री डाउनलोड कर सकेंगे.
परीक्षा विभाग का कहना है कि डिजीलॉकर से छात्र खुद की ही डिग्री अपलोड कर सकेंगे. वह दूसरे की डिग्री को नहीं खोल सकेंगे. हमलोग इसीलिए डिजीलॉकर में सुरक्षा घेरा बना रहे हैं.
1.81 लाख छात्रों की डिग्री हो चुकी है अपलोड
परीक्षा नियंत्रक प्रो. टीके डे का कहना है कि डिजीलॉकर में अबतक 1,81,702 छात्रों की डिग्रियां अपलोड हो चुकी हैं. वर्ष 21 की 38,032, वर्ष 22 की 76,914 और वर्ष 23 की 66,756 डिग्रियां अपलोड हो चुकी हैं. छात्रों को इसे डाउनलोड करने के लिए अब आईडी पासवर्ड दिया जायेगा और इन्हें आधार कार्ड से जोड़ा जायेगा. बीआरएबीयू बिहार का पहला विवि है, जहां डिजीलॉकर में डिग्रियां अपलोड की जा रही हैं. परीक्षा नियंत्रक ने कहा कि सभी कॉलेजों में भी डिजीलॉकर की सेवा शुरू की जा रही है.
इसके लिए कॉलेजों को पत्र लिखकर एकेडमिक बैंक ऑफ क्रेडिट बनाने को कह दिया गया है.
नालंदा न्यूज़ डेस्क