Nalnda यू डायस नालंदा में 39 समेत सूबे में मिले 7756 शक के घेरे में, आधार नंबर के मिलान से पकड़ी गयी गड़बड़ी, एक ही आधार नं. पर कई शिक्षकों के नाम

बिहार न्यूज़ डेस्क यू डायस की समीक्षा के क्रम में शिक्षा विभाग को नित्य नये आंकड़े मिल रहे हैं. इसी क्रम में चौंकाने वाले तथ्य सामने आये हैं. नालंदा के 39 समेत सूबे में 7,756 शिक्षक शक के घेरे में हैं.
यह आंकड़ा शिक्षकों द्वारा अपलोड किये गये आधार नंबर के बूते निकाला गया है. एक ही आधार नंबर पर दो या उससे अधिक शिक्षकों के नाम अंकित हैं. सबसे अधिक समस्तीपुर में 1,564 व दरभंगा में 1,188 तो औरंगाबाद व सुपौल में एक भी डुप्लीकेट शिक्षक नहीं मिले. शिक्षा विभाग ने 36 जिलों के डीईओ को सूची भेजी है. कहा गया है कि वे फिर से मिलान कर लें. लेकिन, विभागीय आधिकारिक सूत्रों की मानें तो गलत डाटा इंट्री व तबादले के बाद भी पहले स्कूल से नाम न हटना अगर नहीं हुए कारण तो फर्जीवाड़ा की आशंका प्रबल हो जाती है. हालांकि, स्पष्ट रूप से अभी कुछ भी नहीं कहा जा सकता है.
नालंदा में 39 नालंदा शिक्षा विभाग की मानें तो पहले चरण में नालंदा में ऐसे शिक्षकों की संख्या 150 थी. इसके बाद संबंधित स्कूलों को विवरणी जांच कर डाटा में सुधार करने को कहा गया. भूलवश गलत इंट्री हो जाने के कारण 111 शिक्षकों ने अपना आधार नंबर बदलवाया. लेकिन, कई बार आग्रह के बाद भी 39 शिक्षकों ने सुधार के लिए न तो आवेदन दिया और न ही अपलोड डाटा में खुद से सुधार की पहल की. ऐसे में उनके फर्जी होने की आशंका दिखने लगी है.
फर्जीवाड़ा पकड़े जाने का भय सूबे में महज 9.82 फीसद 26 लाख 88 हजार 770 छात्रों की विवरणी ही ऑनलाइन की जा सकी है. विभागीय सूत्रों की मानें तो नामांकन में बदस्तूर जारी फर्जीवाड़ा पकड़े जाने के भय से सरकारी के साथ ही निजी स्कूल छात्रों की विवरणी देने में आनाकानी कर रहे हैं. क्योंकि, एक ही छात्र सरकारी के साथ ही निजी में भी नामांकित होता है. यह भेद खुल न जाये, इसके कारण सभी एचएम छात्रों की विवरणी देने से हिचक रहे हैं.
नालंदा न्यूज़ डेस्क