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Nalanda जिले के179 स्कूलों को 9वीं से 12वीं तक का मिला अलग कोड

Jaipur आरटीई में प्रवेश नहीं देने वाले 24 स्कूलों की एनओसी रद्द करने की सिफारिश

बिहार न्यूज़ डेस्क  कक्षा पहली से 12वीं तक चलने वाले जिले के 179 स्कूलों को नवमी से 12वीं तक का अलग कोड मिला है. इन स्कूलों में अब मिडिल स्कूल अलग और हाई स्कूल अलग यू डाइस कोड के तहत चलेंगे. ऐसे में यह नों अलग-अलग स्कूल माने जाएंगे और नों के बच्चों से लेकर शिक्षकों और संसाधन के भी रिकॉर्ड अलग-अलग अपलोड किए जाएंगे.

डीईओ ने इन 179 स्कूल को निर्देश दिया है कि हाई स्कूल के यू डायस कोड को अपडेट करेंगे और सभी रिकॉर्ड अपडेट अपलोड करेंगे. पुराने कोड पर मिडिल स्कूल और नए कोड पर हाई स्कूल चलेगा. इन सभी स्कूलों को छात्र और शिक्षक प्रोफाइल अपडेट करने का  तक का समय दिया गया है. डीईओ ने कहा कि अब तक  ही यू डायस कोड के तहत पहली से लेकर 12वीं तक की कक्षाओं वाले स्कूल चल रहे थे, लेकिन विभाग ने निर्देश दिया था कि ऐसे स्कूल जहां पहली से 12वीं तक की कक्षाएं चल रही हैं वहां मिडिल स्कूल का अलग कोड होगा और हाई स्कूल का अलग.

इसी निर्णय के तहत जिले के 179 हाई स्कूलों का अलग कोड दिया गया है.

विद्यालय कोड नहीं देने के कारण छात्रों के संकाय और विषय का मामला फंस गया है. इसे लेकर बिहार विद्यालय परीक्षा समिति ने मुजफ्फरपुर समेत सभी जिले के जिला शिक्षा अधिकारी को निर्देश दिया है.

9वीं और 11वीं के छात्रों का यह मामला है. 9वीं और 11वीं की वार्षिक परीक्षा में ऐसे छात्र जो फेल हुए थे या किसी कारण से परीक्षा में अनुपस्थित रहे थे, उन छात्रों की विशेष परीक्षा कराई जा रही है. विशेष परीक्षा में शामिल करने को लेकर ऐसे छात्र-छात्राओं की रिपोर्ट इन सभी जिलों से मांगी गई थी. मुजफ्फरपुर समेत विभिन्न जिलों से जो रिपोर्ट भेजी गई है, उसमें कई अलग-अलग गड़बड़ी सामने आई है. छात्र-छात्राओं की संख्या तो भेज दी गई है, लेकिन विद्यालय का कोड नहीं दिया गया है. इसके साथ ही छात्र किस संकाय के हैं, यह भी स्पष्ट नहीं हो रहा है.

बोर्ड ने निर्देश दिया है कि इस वजह से विशेष परीक्षा के संचालन में कठिनाई आ रही है. छात्र किस संकाय के हैं और कितने प्रश्नपत्र भेजे जाएंगे, यह सब स्पष्ट नहीं हो रहा है. इसे लेकर 24 घंटे का अल्टीमेटम इन सभी जिलों को दिया गया है.

 

नालंदा  न्यूज़ डेस्क

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