आखिर क्यों मां-बेटी और बेटा ने खुद चुनी दर्दनाक मौत, पटरी पर टुकड़ों में बिखरा पड़ा था पूरा परिवार
नागौर जिले के डेगाना कस्बे में बुधवार रात एक बेहद दर्दनाक और दिल दहला देने वाली घटना घटी, जिसने पूरे इलाके को हिलाकर रख दिया। जयपुर से ट्रेन द्वारा डेगा आए एक ही परिवार की मां, बेटा और बेटी ने देर रात मालगाड़ी के आगे कूदकर सामूहिक आत्महत्या कर ली।
नागौर के डेगाना में चांदरान रेलवे फाटक की घटना
घटना रात करीब 11:20 बजे चंद्रारूण रेलवे फाटक के पास हुई, जहां 43 वर्षीय शारदा देवी, उनके 22 वर्षीय बेटे निखिल और 16 वर्षीय बेटी अंशु ने एक साथ अपनी जीवन लीला समाप्त कर ली। हादसा इतना भयानक था कि मां-बेटे के सिर धड़ से अलग हो गए, जबकि बेटी की भी घटनास्थल पर ही मौत हो गई।
चूरू जिले के थिरपाली गांव के सभी निवासी
सूचना मिलते ही जीआरपी प्रभारी पुनाराम नायक, आरपीएफ व स्थानीय पुलिस मौके पर पहुंची। शवों को पोस्टमार्टम के लिए उपजिला अस्पताल के मुर्दाघर में रखवा दिया गया है। मृतक परिवार मूल रूप से चूरू जिले के थिरापाली छोटी गांव का रहने वाला था और फिलहाल जयपुर में रहता था।
सुसाइड नोट में चौंकाने वाले खुलासे...
इस मामले में सबसे चौंकाने वाली बात यह है कि पुलिस को घटनास्थल पर एक सुसाइड नोट मिला है। इसमें महिला ने कई गंभीर आरोप लगाए हैं, जिसमें अपने पति, देवर, ननद व अन्य परिजनों को आत्महत्या के लिए जिम्मेदार ठहराया है। नोट में वित्तीय संकट, भारी कर्ज, मकान और वाहन को लेकर तनाव, ब्याज पर लिया गया पैसा आदि समस्याओं का उल्लेख किया गया है।
नागौर पुलिस जांच कर रही है.
पुलिस अब सुसाइड नोट की विस्तार से जांच कर रही है और इसमें शामिल लोगों से पूछताछ कर रही है। प्रारंभिक जांच में पता चला है कि मामला घरेलू विवाद और आर्थिक तनाव से जुड़ा है, लेकिन पुलिस सभी पहलुओं पर विचार करते हुए गहन जांच कर रही है।