Samachar Nama
×

डीडवाना-कुचामन में साइलेंट हार्ट अटैक से 19 वर्षीय युवक की मौत, वीडियो में जानें सेना में भर्ती की कर रहा था तैयारी

s

डीडवाना-कुचामन क्षेत्र से एक दर्दनाक खबर सामने आई है, जहां गुरुकुल डिफेंस एकेडमी में सेना की तैयारी कर रहे 19 वर्षीय युवक की साइलेंट हार्ट अटैक से मौत हो गई। मृतक की पहचान रामगोपाल पुत्र राजूराम जाट, निवासी सडू छोटी (बीदासर), जिला चूरू के रूप में हुई है। घटना रविवार की है, जब रामगोपाल का रूटीन एग्जाम था और वह पूरी तैयारी के साथ परीक्षा देने पहुंचा था। लेकिन परीक्षा से पहले ही उसकी तबीयत अचानक बिगड़ गई और वह बेहोश होकर गिर पड़ा। तुरंत एकेडमी स्टाफ ने उसे नजदीकी अस्पताल पहुंचाया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।

क्या है साइलेंट हार्ट अटैक?

साइलेंट हार्ट अटैक वह स्थिति होती है जिसमें मरीज को बिना किसी बड़े लक्षण के हार्ट अटैक हो जाता है। आमतौर पर हार्ट अटैक में छाती में तेज दर्द होता है, लेकिन साइलेंट हार्ट अटैक में यह संकेत नहीं मिलते। इस वजह से समय पर पहचान नहीं हो पाती और जान बचाना मुश्किल हो जाता है।

सेना में भर्ती का सपना देख रहा था रामगोपाल

सीआई महीराम विश्नोई ने बताया कि रामगोपाल पिछले कुछ समय से डिफेंस एकेडमी में रहकर नियमित शारीरिक और मानसिक तैयारी कर रहा था। उसका सपना भारतीय सेना में भर्ती होकर देश की सेवा करना था। वह अनुशासित और मेहनती छात्र माना जाता था।

रविवार को भी वह सुबह जल्दी उठकर अभ्यास के लिए मैदान में गया था। फिर एग्जाम देने के लिए तैयार हुआ, लेकिन एग्जाम से पहले ही उसकी तबीयत अचानक बिगड़ गई

परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल

घटना की सूचना मिलते ही परिजन डीडवाना पहुंचे। बेटे की असमय मौत से परिवार पूरी तरह टूट गया है। रामगोपाल अपने परिवार का सबसे होनहार बेटा था, और उस पर सभी को गर्व था।

अस्पताल में पोस्टमार्टम के बाद शव को परिजनों को सौंप दिया गया है।

एकेडमी में मातम का माहौल

गुरुकुल डिफेंस एकेडमी में रामगोपाल की मौत के बाद गमगीन माहौल है। प्रशिक्षकों और छात्रों ने दो मिनट का मौन रखकर उसे श्रद्धांजलि दी।

अकादमी प्रबंधन ने कहा कि –

"रामगोपाल एक अनुशासित और लक्ष्य के प्रति समर्पित छात्र था। उसकी असामयिक मौत ने हम सभी को झकझोर कर रख दिया है।"

युवाओं के लिए चेतावनी

इस घटना ने एक बार फिर यह साबित किया है कि फिट दिखने वाले युवाओं में भी हार्ट अटैक का खतरा हो सकता है। विशेषज्ञों के अनुसार, ज्यादा फिजिकल एक्सरसाइज, स्ट्रेस और पर्याप्त मेडिकल चेकअप की कमी के कारण युवा वर्ग में भी दिल से जुड़ी बीमारियां बढ़ रही हैं।

Share this story

Tags