Samachar Nama
×

Muzaffarpur कांटी बीडीओ को मिले 109 लाख, फिर भी पीड़ित लगा रहे चक्कर

Muzaffarpur कांटी बीडीओ को मिले 109 लाख, फिर भी पीड़ित लगा रहे चक्कर

बिहार न्यूज़ डेस्क कांटी बीडीओ को आपदा विभाग से दुर्घटना और हादसा में मृत लोगों के आश्रितों को देने के लिए राशि आवंटित कर दी गयी है. 13 मृतकों के अश्रितों को आपदा राहत कोष से चार-चार लाख रुपये का अनुदान मिलना है, लेकिन तीन साल बाद भी अनुदान नहीं मिला है. उन्हें हादसा-दुर्घटना अनुदान के लिए अंतहीन इंतजार करना पड़ रहा है. सरकारी दफ्तरों का चक्कर काटना पड़ रहा है. ऐसे में उनकी उम्मीदें टूटती जा रही हैं. कांटी बीडीओ को अनुदान के तौर पर आपदा विभाग ने 109 लाख से अधिक राशि आवंटित की है, लेकिन सीओ के स्तर पर पीड़ितों के सत्यापन में लेटलतीफी की जा रही है. इससे पीड़ित के आश्रितों को मुआवजा मिलने में विलंब हो रहा है. ऐसे ही इसमें तीन साल की देरी हो ही चुकी है. हादसे की वजह से कुछ परिवारों की स्थिति काफी दयनीय भी हो चुकी है. वही कुछ ने खुद को ऊपर उठाया भी है.

डूबने और सड़क हादसे में गई थी 13 की जान नौ अगस्त 2020 को मुस्तफापुर में डूबने से उमेश कुमार की बेटी सविता कुमारी की मौत हो गयी थी. सभी प्रक्रिया व पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद मुआवजा नहीं मिल सका है. आपदा विभाग ने राशि भी स्वीकृत की है, लेकिन बीडीओ के स्तर पर राशि लंबित है. वैसे ही लस्करीपुर के जयमंगल साह व प्रेम साह पिता-पुत्र दोनों की 21 मार्च 2021 को सड़क हादसे में मौत हो गयी थी. कोल्हुआ पैगंबरपुर के आर्यन कुमार की मौत2022 को पोखर में डूबने से हो गयी थी, इनके परिजन मुआवजा की राशि के लिए दफ्तरों को चक्कर काट रहे हैं. अब तक मुआवजा नहीं मिला है. ऐसे ही वर्ष 2021 में सड़क दुर्घटना में लालपरी देवी, गुंजन कुमार, बबिता देवी की मौत पहाड़पुर के पास एक होटल के समीप हुई थी. वहीं, सचिंद्र कुमार शर्मा और सुकेंद्र महतो की मौत बोचहां व इनायतपुर में 2020 में, जबकि मुस्तफापुर के अनिल कुमार, पैगंबरपुर के भुखलु कुमार, कांटी कसवा की रानी कुमारी और पकड़ी की पनिया देवी की पानी में डूबने से मौत हुई थी.

 

 

मुजफ्फरपुर न्यूज़ डेस्क 

Share this story