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Muzaffarpur ईआरएसएस से लैस होगा फायर ब्रिगेड, वर्षों बाद संसाधनों से लैस हुआ फायर ब्रिगेड

Bhopal आज से स्कूल-कॉलेजों में फायर सेफ्टी सिस्टम का ऑडिट होगा

बिहार न्यूज़ डेस्क आग लगने पर अब 1 डायल करने पर फायर ब्रिगेड की गाड़ी जल्द पहुंचेगी. पुलिस विभाग की तरह अब मुंगेर फायर ब्रिगेड दस्ता भी इमरजेंसी रिस्पांस सपोर्ट सिस्टम (ईआरएसएस ) से लैस होगा. जल्द ही यह सेवा शुरू होगी. फायर बिग्रेड की इमरजेंसी रिस्पांस सपोर्ट सिस्टम से लैस गाड़ी हर वक्त दौड़ती नजर आएगी. कहीं भी लाग लगने पर 1 नंबर डायल करने पर यह गाड़ी तुरंत पहुंचकर आग पर काबू पाएगी. खास बात यह कि गाड़ी जीपीएस सिस्टम रहने जिस क्षेत्र में आग लगने की सूचना मिलेगी, उस क्षेत्र के जल श्रोत का भी पता चलेगा.

जिससे 1 नंबर की गाड़ी को पानी की समस्या नहीं होगी. गौरतलब है कि संसाधनों की कमी से जूझ रहे जिला अग्निशामक दस्ता हाल के दिनों में संसाधनों से लैस हो चुका है. आपात स्थिति से निपटने के लिए अग्निशामक विभाग कई जरूरी उपकरण मिले हैं. ग्रामीण क्षेत्रों में आग बुझाने के दौरान पानी खत्म होने पर गाड़ी को मुख्यालय नहीं आने पर इसके लिए आपात स्थिति नदी-तालाब से पानी भरने के लिए फ्लोटिंग पंप उपलब्ध कराया गया है.

स्मॉक एग्जॉस्ट मकान एवं व्यावसायिक प्रतिष्ठानों में आग लगने पर जहरीली गैस भर जाने की स्थिति उसे निकालने के लिए स्मॉक एग्जॉस्ट उपलब्ध कराया गया है. इससे आग लगे स्थान से जहरीली गैस को निकालने में सहूलियत होगी. आग लगने पर बिजली कटने की स्थिति में प्रकाश के लिए टावर लाइट भी उपलब्ध कराया गया है.

52 वर्ष बाद जिला अग्निशामक विभाग को मिला अपना भवन  में अग्निशामक विभाग की स्थापना 1972 में की गई थी. तब से यह महत्वपूर्ण विभाग कस्तूरबा वाटर वर्क्स के परिसर में चल रहा था. यहां फायर ब्रिगेड कर्मियों के लिए बैरक नहीं था. गाड़ी रखने के गैराज में कर्मी रहते थे. गाड़ियां खुले आसमान के नीचे रहती थी. जगह एवं संसाधन की कमियों के बीच कर्मी सेवा दे रहे थे. लेकिन अब पुरानी पुलिस लाइन में जिला अग्निशामक विभाग को अपना भवन मिल गया है.

चार मंजिला भवन आवश्यक संसाधनों से लैश है. नीचले तल में गाड़ी रखने के लिए गैराज के साथ ही कार्यालय है. कर्मियों के रहने के लिए भवन में ही व्यवस्था है. पर्याप्त पानी की भी व्यवस्था की गई है.

 

 

मुजफ्फरपुर न्यूज़ डेस्क 

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