
बिहार न्यूज़ डेस्क पहली बार पटना में डेंगू के एक साथ चारों वैरिएंट का मिलना विशेषज्ञों के लिए भी हैरानी का विषय बना हुआ है. पटना को छोड़ अन्य किसी भी शहर से अब तक ऐसी रिपोर्ट नहीं आई है. हालांकि विशेषज्ञ मिले डीईएन4 वेरिएंट को सबसे कमजोर और कम खतरनाक बता रहे हैं.
उपनिदेशक सह अस्पताल अधीक्षक डॉ. मनीष मंडल ने बताया कि आईजीआईएमएस में आई सीरो टाइपिंग रिपोर्ट में डेंगू के चारों वेरिएंट मिले. जिसमें नया वेरिएंट मिला है, उसकी तलाश की जा रही है. पीड़ित व्यक्ति मिलेगा तो यह पता चलेगा कि उस पर इसका कितना असर है. माइक्रोबायोलॉजी की हेड डॉ. नम्रता ने बताया कि नए वेरिएंट का शरीर पर क्या असर है, इसकी जानकारी नहीं है. इसका अध्ययन भी अभी नहीं हुआ है. एक ही जगह पर इतने वेरिएंट का मिलना यह बताता है कि डेंगू का प्रसार राज्यभर में बढ़ रहा है. जिला संक्रामक रोग नियंत्रण पदाधिकारी डॉ. सुभाष चंद्र प्रसाद ने बताया कि कोटा, नई दिल्ली, यूपी, एमपी से बड़ी संख्या में पढ़ने वाले बच्चे बीमार होकर पटना पहुंच रहे हैं.
नगर निकायों को बचाव के लिए तैयार रहने का आदेश
राज्य में डेंगू के तेजी से बढ़ते प्रकोप को देखते हुए सभी 261 नगर निकायों को इसके बचाव के लिए पूरी तरह से तैयार रहने का आदेश दिया गया है. नगर विकास एवं आवास विभाग ने सभी नगर निकायों से एंटी लारवा रसायन को जमा करके रखने के लिए कहा गया है. फॉगिंग, रसायन का छिड़काव, जरूरी दवाओं का भंडारण करने के लिए कहा गया है. मच्छरों के प्रकोप और प्रभाव को कम करने के लिए सभी जरूरी प्रयास करने के लिए कहा गया है.
मुजफ्फरपुर न्यूज़ डेस्क