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Muzaffarpur आचार्यों से शिक्षण प्रणाली में विकास संभव सुमन

Shimla हिमाचल में बिना रजिस्ट्रेशन एनटीटी कराने वाले शिक्षण संस्थानों ने शिक्षा निदेशालय से मांगा जवाब

बिहार न्यूज़ डेस्क प्रेमानंद तिवारी सरस्वती शिशु मंदिर, केशोपुर में  त्रिदिवसीय आचार्य कार्यशाला का आयोजन समारोहपूर्वक किया गया. समारोह का उद्घाटन बीएड महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. अंजनी कुमार सुमन, कोषाध्यक्ष लाला उमेश नारायण वर्मा व प्रधानाचार्य प्रभाष कुमार ने संयुक्त रूप से किया.

मौके पर डॉ. अंजनी कुमार सुमन ने कहा कि शिक्षा अब हाइटेक होती जा रही है. इसलिए गुरुओं को भी हाइटेक होना होगा. आचार्यों के विकास से ही बच्चों का सर्वांगीण विकास संभव है. मुंगेर पथ की प्रधानाचार्या ऋचा कुमारी ने कहा कि छोटे-छोटे भैया-बहनों को खेल खेल में पढ़ाया जा सकता है. हमें उनकी सोच व समझ को भी परखना चाहिए. ताकि गुरू बच्चों को अच्छी शिक्षा देने में कामयाब हो सके. मौके पर बड़ी संख्या में शिक्षक के साथ अन्य लोग शामिल थे.

कार्यशाला का समापन

नगर के झील पथ स्थित सुभाष चंद्र कादंबरी साहा सरस्वती शिशु मंदिर में चल रहे तीन दिवसीय आचार्य कार्यशाला का समापन हुआ. मुख्य अतिथि प्रो. चंदन चंद्र चुन्ना ने कहा कि नई पीढ़ी के बच्चों को नई पद्धति का प्रयोग करते हुए बेहतर शिक्षा व्यवस्था उपलब्ध करने की आवश्यकता है.

इस मौके पर अजीत कुमार मंडल, कुमोद कुमार मिश्रा, संजीव कुमार, निरंजन कुमार मंडल, मुकेश पाठक, सावन कुमार, मेनका झा, कंचन झा, कुमारी अनामिका, साक्षी कुमारी, शिल्पा कुमारी, मुस्कान कुमारी, जैसमीन आदि मौजूद थे.

 

 

मुजफ्फरपुर न्यूज़ डेस्क 

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