बिहार न्यूज़ डेस्क स्कूली छात्र किसलय के अपहरण के बाद चुन्नू ठाकुर सूबे में चर्चित हुआ था. तब चुनावी सभा को संबोधित करने आए पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने अपने भाषण में इस अपहरण कांड की चर्चा की थी. इसके बाद चुन्नू ठाकुर पर पुलिस की दबिश बढ़ गई थी. इसके कई बड़े राजनेताओं से भी संबंध चर्चा में रहे हैं. उसके खिलाफ सूबे के कई जिलों में 30 से अधिक आपराधिक मामले दर्ज हैं. चुन्नू ठाकुर के पास कई एके-47 जैसे खतरनाक हथियार हैं.
वर्ष 2015 में मिठनपुरा के तीन कोठिया कालीबाड़ी रोड में चुन्नू ठाकुर और उसके शागिर्दों ने प्रतिद्वंद्वी गैंग से जुड़े मोतिहारी के रामप्रवेश सिंह और उसके कार चालक की एके-47 से हत्या की थी. इस दोहरे हत्याकांड में रेड लाइट एरिया की नर्तकी काजल भी सुर्खियों में रही थी. रामप्रवेश उससे मिलने तीन कोठिया में आ रहा था, तभी उसकी हत्या हुई थी. इस हत्याकांड में चुन्नू के शागिर्द अमित और मिथिलेश ने एसएसपी कार्यालय में आकर नाटकीय ढंग से आत्मसमर्पण किया था. दोनों का आत्मसमर्पण भी चर्चित हुआ था. इस हत्याकांड में पुलिस ने चुन्नू ठाकुर समेत कई लोगों पर चार्जशीट दाखिल की थी.
इससे पहले सदर थाना के भगवानपुर में पूर्वी चंपारण के केसरिया निवासी पंकज कुमार की हत्या में भी चुन्नू ठाकुर का नाम आया था. पुलिस मुखबिर पंकज की हत्या सरेआम चौराहे पर की गई थी. दोनों प्रमुख हत्याकांड के बाद बैरिया में कुंदन की हत्या में भी चुन्नू ठाकुर नामजद आरोपित है. इसके अलावा रंगदारी, लूट, हत्या और डकैती जैसे कई बड़े कांडों में चुन्नू ठाकुर आरोपित है.
मुजफ्फरपुर न्यूज़ डेस्क