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Muzaffarpur 1998 में 1 से कम वोट से हारे थे ब्रह्मानंद मंडल

Kullu मतदाताओं से अपील, वोट के बदले नोट न लें

बिहार न्यूज़ डेस्क  चुनावों में कई मौके ऐसे आते हैं, जब उम्मीदवार बड़े अंतर से जीतते हैं, तो कई बार ऐसा भी होता है, जब हार-जीत का मार्जिन बहुत कम होता है. कई बार तो तीन-चार वोट के अंतर से बड़ा खेल हो जाता है. शुरुआती रुझान में आगे दिख रहा उम्मीदवार आखिर में महज कुछ वोटों से जीत से जाते हैं. मुंगेर लोकसभा सीट से भी ऐसे मौके आए हैं, जब एक उम्मीदवार को बहुत ही कम वोट के अंतर से हार का सामना करना पड़ा था.

मुंगेर लोकसभा सीट के लिए 1998 में ऐसा ही हुआ था. 1991 एवं 1996 में दो बार मुंगेर लोकसभा सीट से चुनाव जीत चुके समता पार्टी के उम्मीदवार ब्रह्मानंद मंडल एवं राजद उम्मीदवार विजय कुमार विजय आमने-सामने थे. दोनों के बीच कांटे की टक्कर थी. बाजी कौन मार ले जाएगा कह पाना मुश्किल था. मतगणना में भी आगे चलने वाले कभी पीछे हो रहे थे तो कभी पीछे चलने वाले आगे हो रहे थे. अंतत समता पार्टी उम्मीदवार ब्रह्मानंद मंडल एक फीसदी से भी कम वोट के अंतर चुनाव हार गए. राजद उम्मीदवार विजय कुमार विजय को 3,50,583 (45.19 फीसदी) एवं समता उम्मीदवार ब्रह्मानंद मंडल को 3,46,518 (44.67 फीसदी) वोट मिले. हार-जीत का अंतर 4065 वोट रहा जो एक फीसदी से भी कम था.

1999 में हुए मध्यावधि लोकसभा चुनाव में भी ऐसा ही करीबी मामला सामने आया. इस बार भी 1998 की तरह विजय कुमार विजय एवं ब्रह्मानंद मंडल आमने-सामने थे. फर्क सिर्फ इतना था कि ब्रह्मानंद मंडल समता पार्टी की जगह जदयू के उम्मीदवार थे. इस बार पासा पलट गया और निवर्तमान सांसद विजय कुमार विजय तीन फीसदी वोट से हार गये. ब्रह्मानंद मंडल को 346615 (49.15 फीसदी) जबकि विजय कुमार विजय को 324800 (46.05 फीसदी) वोट मिले. हार-जीत का अंतर करीब तीन फीसदी रहा.

 

 

मुजफ्फरपुर न्यूज़ डेस्क 

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