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Muzaffarpur चंदन सोनार को सजा के बाद अनुपम ने बनाया अलग गैंग

Indore एक ही गैंग पर शंका:शादी में घुसा नाबालिग रुपयों का बैग चुरा ले गया

बिहार न्यूज़ डेस्क  वैशाली के राजापाकड़ थाना के बैकुंठपुर निवासी अनुपम झा कुख्यात चंदन सोनार के गैंग से जुड़ा रहा है. अपहरण उद्योग चलाने के मामले में राष्ट्रीय स्तर पर कुख्यात चंदन सोनार को आजीवन कारावास की सजा के बाद उससे अलग होकर चंदन सोनार के गैंग के  शातिरों को मिलाकर अनुपम सोना लूट का गिरोह चलाने लगा. इसके गिरोह में हाजीपुर से लेकर यूपी व छत्तीसगढ़ तक के  चुनिंदा शातिर हैं. इसका गिरोह मुजफ्फरपुर के अलावा हाजीपुर, झारखंड, कोलकाता, बंगलुरु, छत्तीसगढ़ के रायपुर, दुर्ग, अमलेश्वर, मध्य प्रदेश समेत कई शहरों मंी सोना लूट चुका है.

पुलिस ने उसके गिरोह के  शातिरों के नाम-पते और तस्वीर के साथ पूरी फाइल बनाई है. इसकी कॉपी यूपी, प. बंगाल, झारखंड, छत्तीसगढ़, म.प्र. और राजस्थान पुलिस को शेयर किया गया है. रामदयालुनगर में कलकत्ता ज्वेलर्स में लूट के वक्त इसके साथ जौनपुर, वाराणसी व हाजीपुर के तीन शातिर मुजफ्फरपुर आए थे.

इन तीनों की गिरफ्तारी के लिए जौनपुर, वाराणसी और हाजीपुर पुलिस ने मुजफ्फरपुर पुलिस के आग्रह पर छापेमारी की. हालांकि तीनों फरार बताए गए. अब तीनों के नाम का कोर्ट से वारंट व इश्तेहार लेकर संबंधित थानों को भेजा जाएगा.

छह माह पहले भी एक माह शहर में रुका था अनुपम : पुलिस ने बताया कि कच्ची पक्की के पास किराए के मकान में अनुपम झा और उसके तीन साथी एक माह से रुके थे. उसके साथ उसका बहनोई विकास और अरिवंद भी था. अरविंद और विकास को उसी किराए के कमरे से हथियार के साथ बीते 14  को गिरफ्तार किया गया था. विकास ने पुलिस को दिए बयान में कहा है कि अनुपम झा छह माह पहले भी कच्ची पक्की के पास लिए गए किराए के कमरे में गैंग के साथ रुका था. तब उसने मुजफ्फरपुर या आसपास के जिले में बड़ी वारदात को अंजाम दिया था. छह माह पहले की घटना के संबंध में पुलिस अनुपम से पूछताछ करेगी. दूसरी बार जब वह गैंग के साथ पहुंचा तब रामदयालुनगर में कलकत्ता ज्वेलर्स को लूटा.

● विभिन्न शहरों में घूम-घूमकर आभूषण दुकानों में करता है लूट

● किडनैपर किंग चंदन के गिरोह का मुख्य सदस्य रहा है अनुपम

मनीष सेठ की मां लूट का सोना लेकर हुई अंडरग्राउंड

लूटकांड के ऑपरेशन में भूमिका निभाने वाले सदर थाने के अधिकारी ने बताया कि अनुपम झा व उसका साथी लूट के बाद वाराणसी निकल गए थे. वाराणसी में मनीष सेठ से जयहिंद मौर्या के जरिए संपर्क कर गहने बेचे. छापेमारी से पहले मनीष की मां सोना लेकर अंडरग्राउंड हो गई, जिससे लूटे गए गहने काफी कम बरामद हुए. मनीष की मां की गिरफ्तारी के बाद ही लूटे गए सोना का सुराग मिलेगा.

लूट के लिए किराए पर कमरा लेकर रुकता है गिरोह

पुलिस ने बताया कि अनुपम झा का गिरोह जिस शहर में लूट को अंजाम देता है वहां एक माह पहले से किराए पर कमरा लेकर रुकता है. गिरोह के शातिर हथियार भी स्थानीय स्तर पर संपर्क करके लेते हैं. रामदयालु लूट कांड में विकस व अरविंद ने अनुपम झा को पिस्टल मुहैया कराई थी.

हाजीपुर में एक शातिर के पास वारदात के बार हथियार छिपाए गए.

 

 

मुजफ्फरपुर न्यूज़ डेस्क 

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