Samachar Nama
×

Muzaffarpur फिर डूबेगा बेला : मानसून सिर पर, खजाने में ही पड़े रह गये 110 करोड़ रुपये
 

Muzaffarpur फिर डूबेगा बेला : मानसून सिर पर, खजाने में ही पड़े रह गये 110 करोड़ रुपये


बिहार न्यूज़ डेस्क मानसून सिर पर है। बेला औद्योगिक क्षेत्र को जलजमाव से मुक्त कराने के लिए खजाने में 110 करोड़ रुपये बचे थे. 22 दिसंबर को उद्योग विभाग और बिहार औद्योगिक क्षेत्र विकास प्राधिकरण (BIADA) द्वारा बेला को जलभराव से मुक्त करने के लिए 110 करोड़ रुपये की मंजूरी दी गई थी. यह राशि औद्योगिक क्षेत्र में सड़कों और नालों के निर्माण के अलावा अन्य बुनियादी ढांचे के विकास पर खर्च की जानी थी.110 करोड़ रुपये से शुरू हुए कार्यों को अब अगले साल तक के लिए टाल दिया गया है। टेंडर प्रक्रिया अब अगले साल शुरू होगी।

निर्माण कार्य टलने से उद्यमियों में रोष : बियाड़ा द्वारा नाला आदि निर्माण कार्य स्थगित किए जाने से स्थानीय उद्यमियों में आक्रोश है. नाले का निर्माण टलने के बाद अब बियाड़ा औद्योगिक क्षेत्र को जलजमाव से बचाने के लिए मोटर पंप लगाने की तैयारी की जा रही है. साथ ही वैकल्पिक उपाय के रूप में पांच स्थानों पर पुलिया निर्माण के लिए बियाड़ा मुख्यालय को प्रस्ताव भेजा गया है.

औद्योगिक क्षेत्र की पांच सड़कों पर अब भी है जलजमाव बेला औद्योगिक क्षेत्र के पहले चरण की पांच सड़कों पर अभी भी जलजमाव है. नाला जाम होने से फैक्ट्रियों से निकलने वाला पानी सड़कों पर बह रहा है. इससे बेला से गुजरने वाले वाहन अक्सर नालियों में फंस जाते हैं और हादसों का शिकार हो जाते हैं। उद्यमियों का लाखों रुपये का माल बर्बाद हो जाता है। औद्योगिक क्षेत्र के अधिकांश नालों में जलकुंभी और कचरा भरा हुआ है। पक्के नाले के स्थान पर बेला में कच्ची नाले व सड़क कटी नालियों से कार्य किया जा रहा है. जल निकासी की व्यवस्था नहीं होने के कारण हर साल जलजमाव के कारण फैक्ट्रियों को बंद करना पड़ता है। जलजमाव से उद्यमियों को काफी परेशानी हो रही है।

मुजफ्फरपुर न्यूज़ डेस्क 
 

Share this story