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Muzaffarpur प्रसव बाद रक्तस्राव प्रसूता की मौत का कारण बन सकता है
 

Muzaffarpur प्रसव बाद रक्तस्राव प्रसूता की मौत का कारण बन सकता है


बिहार न्यूज़ डेस्क प्रसव बाद अत्यधिक रक्तस्राव प्रसूता की मौत का कारण बन सकता है. थोड़ी सी सावधानी बरतकर मातृ मृत्युदर को न्यूनतम स्तर पर लाया जा सकता है. ये बातें फॉगसी की पूर्व अध्यक्ष हैदराबाद की डॉ. शांति कुमारी ने कहीं. वे स्त्रत्त्ी और प्रसूति रोग विशेषज्ञों के सम्मेलन बॉग्सकॉन के वैज्ञानिक सत्र को संबोधित कर रही थीं. पटना ऑब्सटेट्रिक एंड गायनेकोलॉजिकल सोसाइटी की ओर से आयोजित सम्मेलन में देशभर से 500 से अधिक महिला चिकित्सक शामिल हो रही हैं.

फॉग्सी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मुंबई के डॉ. ऋषिकेश पई ने आईवीएफ शिशु के शुरुआती भ्रूण से लेकर प्रसव तक के बीच अपनाई जाने वाली सावधानी के बारे में बताया. उड़ीसा से आये डॉक्टर पीसी महापात्र ने बच्चेदानी निकालने की नई और लैप्रोस्कोपिक से भी ज्यादा सुरक्षित ऑपरेशन तकनीक के बारे में बताया. डॉ. रीता सिन्हा, पीसीओएस पर डॉ. चारु मोदी, किशोरी एंडोमेट्रियोसिस पर डॉक्टर विनीता सिंह ने अपनी राय रखीं. डॉक्टर अमिता सिन्हा ने भी किशोरी स्वास्थ्य पर बात कीं. दीघा विधायक संजीव चौरसिया ने उद्घाटन किया. आदर्श मातृत्व सुरक्षा पर डॉ. उषा शर्मा, डॉ. सिद्धार्थ रेड्डी, डॉ. सरिता ने बताया. मॉडर्न मैनेजमेंट ऑफ लेबर जैसे बिंदु पर डॉ. अलका पांडेय, डॉ. प्रताप कुमार व डॉ. सुनीता तन्दुलवाड़कर ने बात की. दूसरे सत्र में अध्यक्ष के रूप मं. डॉ. रंगीला सिन्हा, डॉ. सुषमा पांडेय, डॉ. अनीता, डॉ. उषा डिडवानिया, डॉ. मंजू गीता मिश्रा, डॉ. अलका पांडेय, डॉक्टर विनीता सिंह चेयरपर्सन के रूप में मौजूद रहीं. डॉ. बसब मुखर्जी ने साइलेंट फीटो मैटरनल हेमरेज पर बात की.


मुजफ्फरपुर न्यूज़ डेस्क 
 

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