
बिहार न्यूज़ डेस्क भूगर्भीय जलस्तर के लगातार खिसकने से इन दिनों शहर से लेकर गांव तक पानी की समस्या से लोग परेशान हैं . प्रशासनिक अधिकारियों का दावा भी लोगों के काम नहीं आ रहे हैं मुंगेर शहर के विभिन्न मोहल्लों में पेयजल के लिए लोगों में हाहाकार की स्थिति बनी हुई है सप्लाई का पानी आते ही मोहल्ले वासियों की भीड़ इकट्ठा हो जाती है तथा पहले पानी लेने के चक्कर में लोगों के बीच अक्सर कहासुनी भी हो जाती है शहर के दिलावरपुर लल्लू पोखर पूरब सराय शहीद विभिन्न मोहल्लों में अक्सर पानी को लेकर लोगो के बीच कहासुनी होती है. तो दूसरी हो बुडको की ओर से चल रहे पेयजल आपूर्ति का कार्य काफी सुस्त गति से चल रहा है डीएम के निर्देश के बाद भी बुडको के काम में केजी नहीं आ रही है. सबसे अहम बात तो यह है कि शंकरपुर तथा श्रीमतपुर पंचायत को सरकार की ओर से संवेदनशील घोषित किया गया है. इन पंचायतों में पानी पहुंचाए जाने को लेकर पीएचइडी टैंकर की व्यवस्था कर रखी है. साथ ही खराब पड़े बोरिंग व चापाकल को मरम्मत किए जाने का कार्य तेजी से की जा रही है. उधार नौवागढ़ी दक्षिणी, तारापुर दियारा, जानकीनगर, धरहरा, असरगंज के कई पंचायतों में मुख्यमंत्री पेयजल निश्चय योजना के तहत अब तक 30 से 35 प्रतिशत घरों में पेयजल आपूर्ति नहीं हो पा रही है. दर्जनों घरों में पानी पहुंचाए जाने को लेकर कनेक्शन भी नहीं दिया गया है.
ग्रामीण क्षेत्रों में भी पेयजल के लिए परेशान हैं लोग
शहरी क्षेत्रों के अलावा ग्रामीण क्षेत्रों में भी पानी की समस्याओं से लोग परेशान हैं . सबसे अधिक परेशानी सदर प्रखंड के श्रीमतपुर, शंकरपुर, मय, महुली पंचायतों में है, इन क्षेत्रों में भूगर्भीय जलस्तर 65 फीट से भी अधिक की दूरी पर पहुंच गया है. जिसके कारण बोरिंग भी सही रूप में काम नहीं कर पा रही है.
मुंगेर न्यूज़ डेस्क