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Munger सड़क दुर्घटनाओं में लाएं कमी एडीएम

Pulwama डोडा में 17 महीनों में 257 सड़क दुर्घटनाओं में से 75 फीसदी तेज रफ्तार के कारण हुईं: अधिकारी

बिहार न्यूज़ डेस्क जिला सड़क सुरक्षा समिति की बैठक  एडीएम आपदा राजेश्वरी पाण्डेय की अध्यक्षता में हुई . सड़क दुर्घटनाओं की समीक्षा करते हुए जिले में घटित सड़क दुर्घटनाओं में कमी लाने के लिये सभी थानाध्यक्ष व संबंधित पदाधिकारियों को निर्देश दिए गए. हिट एंड रन सड़क दुर्घटनाओं में मुआवजा भुगतान की समीक्षा की गयी. सभी थानाध्यक्ष को सड़क दुर्घटनाओं की शत प्रतिशत प्रविष्टि पोर्टल पर करने का निर्देश दिया गया. एडीएम ने स्वास्थ्य विभाग के उपस्थित पदाधिकारी से चकिया व ढाका साइड के तरफ एक-एक एंबुलेंस क्षेत्र के लिए उपलब्ध कराने का निर्देश दिया ताकि रोड एक्सीडेंट के समय तत्काल एंबुलेंस उपलब्ध हो सके. थाना स्तर पर पेंडिंग चालान की समीक्षा में सभी थानाध्यक्षों को संबंधित वाहन स्वामियों से अविलंब चालान की राशि जमा कराने का निर्देश दिया गया.

शहर में जाम की समस्या को थानाध्यक्ष व यातायात गंभीरता से लें. परियोजना निदेशक एनएचएआई मोतिहारी व दरभंगा , कार्यपालक अभियंता पथ प्रमंडल मोतिहारी एव ढ़ाका , सभी कार्यपालक अभियंता ग्रामीण कार्य प्रमंडल को सड़क दुर्घटनाओं की समीक्षा करते हुए मार्गो पर आवश्यक रोड साईनेज , रम्बल स्ट्रीप लगाने का निर्देश दिया गया. बैठक में यह बताया गया कि सड़क दुर्घटना से संबंधित समेकित प्रतिवेदन सभी थाना प्रभारी डीएसपी ट्रैफिक के माध्यम से अपर समाहर्ता आपदा प्रबंधन के कार्यालय में भेजेंगे. डीएसपी ट्रैफिक ने सभी थाना प्रभारी को निर्देश दिया कि थाना स्तर पर सड़क दुर्घटना से संबंधित कोई भी प्रतिवेदन लंबित नहीं रहनी चाहिए. जिला परिवहन पदाधिकारी निवेदिता कुमारी ने कहा कि सभी पथों के अभियंता अपनी टीम के साथ पथों का निरीक्षण कर ले एवं दुर्घटना रोकने के लिए सभी जरूरी उपाय करें. बैठक में अपर समाहर्ता आपदा प्रबंधन के साथ डीटीओ, एसडीओ रक्सौल, सिकरहना , डीएसपी ट्रैफिक आदि थे.

कोच मेंटेनेंस को लेकर दिया निर्देश

रक्सौल दिल्ली के बीच चलने वाली प्रमुख सत्याग्रह एक्सप्रेस ट्रेन की यात्रा अवधि कम करने व कोच मेंटेनेंस की व्यवस्था को बेहतर बनाये जाने को लेकर समस्तीपुर रेल मंडल ने सीनियर डिविजनल मैकेनिकल इंजीनियर व कंट्रोल को आवश्यक निर्देश जारी किया है. यह बात आज शिक्षाविद डॉ. स्वयंभू शलभ ने बतायी.

उन्होंने बताया कि इस समस्या के बावत उन्होंने रेल मंत्रालय रेल बोर्ड से पत्राचार किया था जिसके आलोक में रेल सेवा ने ट्वीट करके इसकी जानकारी दी है.रक्सौल से आनंदविहार मात्र 957 किमी की दूरी तय करने में 24 घण्टे से भी अधिक का समय लगता है. सत्याग्रह एक्सप्रेस की यात्रा अवधि कम करने व कोच मेंटेनेंस की व्यवस्था को बेहतर बनाये जाने की मांग को लेकर रेलवे बोर्ड का ध्यान आकृष्ट कराया गया था.यह ट्रेन रक्सौल जं. से 8.40 बजे खुल कर दूसरे दिन सुबह 9.10 बजे आनंदविहार टर्मिनल पहुंचती है.

 

मुंगेर न्यूज़ डेस्क

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