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Munger सहरसा भेजे गये पांच किशोर, पर्यवेक्षण गृह के निदेशक प्रशांत सीएच ने रिमांड होम का लिया जायजा

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बिहार न्यूज़ डेस्क रिमांड होम के पांच किशोरों को सहरसा स्थानांतरण किया गया है. रिमांड होम मोतिहारी में रहने के दौरान सभी की एक्टिविटी ठीक नहीं थी. रिमांड होम के अधीक्षक सुदर्शन शर्मा ने बताया कि कई बार उन किशोरों में सुधार का प्रयास किया गया. उसके बावजूद वे लोग मानने को तैयार नहीं थी. जिसका प्रभाव अन्य किशोरों पर भी पड़ रहा था. कोर्ट के आदेश पर चिन्हित पांच किशोरों का स्थानाांतरण कर दिया. उन्होंने बताया कि पर्यवेक्षण गृह के निदेशक सह भारतीय प्रशासनिक सेवा के अधिकारी प्रशांत सीएच ने रिमांड होम का जायजा लिया. बच्चों रहने, खाने व खेलने हर चीज को नजदीक से देखा. उसके बारे में बच्चों से जानकारी भी ली. बच्चों को रहने के दौरान समस्या के बारे में भी पूछताछ की गयी. घर की तरह रह रहे बच्चों को देख निदेशक ने प्रसन्नता जतायी.

टीचर के अभाव में 108 बच्चों की पढ़ाई है वाधित

रिमांड होम में टीचर के अभाव में 108 बच्चों की पढ़ाई वाधित हो गयी है. एक वर्ष से बच्चों की पढ़ाई वाधित है. 25 जून 2023 को रिमांड होम में टीचरों की प्रतिनियुक्ति रद होने के बाद पोस्टिंग नहीं की गयी है. रिमांड होम के अधीक्षक की ओर से किशोर न्याय परिषद, डीएम, डीईओ आदि अधिकारियों पास पत्राचार किया जा चुका है.पूर्व में पांच टीचरों की प्रतिनियुक्ति की गयी थी. जिसमें प्राइमरी, मिडिल, उच्च, योगा व संगीत टीचर शामिल थे.

रिमांड होम से मैट्रिक में नौ व इंटर में सात बच्चे हुये सफल

जघन्य कांड में आरोपित होकर रिमांड होम आये किशोरों ने अपनी पढ़ाई पूरी की और मैट्रिक में नौ तथा इंटर में सात किशोर सफल हुये. अधीक्षक सुदर्शन शर्मा ने बताया कि मैट्रिक के सात बच्चे द्वितीय श्रेणी व दो बच्चे तृतीय श्रेणी से उर्तीण हुये है. इसी प्रकार इंटर में सभी सातों बच्चे द्वितीय श्रेणी से उर्तीण हुये है. टीचर के अभाव में सिनीयर बच्चों व रिमांड होम के कर्मचारियों के सहयोग से बच्चों ने पढ़ाई पूरी की. नियमित रुप से टीचर पढ़ाई कराते तो बच्चों का रिजल्ट बेहतर हो सकता था.

नगर निगम से डस्टबीन की मांग

रिमांड होम में कचरे को एक जगह रखने के लिये अधीक्षक ने नगर निगम को पत्र भेजकर डस्टबीन की मांग की है. कचरा खुले व यत्र तत्र रखने के कारण गंदगी का फैलाव होता है. पूरे कैंपस के लिये दस डस्टबीन की मांग की गयी है.

दो महिला कांस्टेबल की है आवश्यकता

रिमांड होम में किशोरों से मिलने आने वाली महिला मुलाकाती की तलाशी के लिये दो महिला कांस्टेबल की मांग की गयी है. अधीक्षक श्री शर्मा ने बताया कि महिला कांस्टेबल नहीं रहने से महिला मुलाकातियों की जांच नहीं होती. इस दौरान वह सेलफोन किशोरों तक पहुंचा देती है. दो बार किशोरों के पास से सेलफोन जब्त किया गया है. जांच के दौरान पता चला कि महिला मुलाकाती ने सेलफोन पहुंचाया है. किशोर न्याय परिषद से आग्रह किया गया है कि दो महिला कांस्टेबल की तैनाती की जाय.

 

मुंगेर न्यूज़ डेस्क

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