
बिहार न्यूज़ डेस्क अब मरीजों के खून का सैंपल लेकर उसे जांच कराने के लिए परिजनों को पैथोलॉजी सेंटर तक की दौड़ नहीं लगानी पड़ेगी. अब न केवल एक ही जगह पर मरीजों का खून लिया जाएगा, बल्कि मरीजों के बेड पर लिए गये सैंपल को बिना किसी इंसान की सहायता से सीधे लैब भेज दिया जाएगा. अगर सब कुछ सही रहा तो मायागंज अस्पताल में खून के सैंपल लेने की ये सेंट्रलाइज्ड व्यवस्था नए साल से शुरू हो जाएगी.मायागंज अस्पताल परिसर स्थित एमआरआई सेंटर के ठीक सामने बीएमएसआईसीएल द्वारा सेंट्रलाइज्ड ब्लड कलेक्शन सेंटर बनवाया जा रहा है. इस सेंटर को दिसंबर 23 तक पूरी तरह से बनाकर अस्पताल प्रशासन को हैंडओवर करने का निर्देश कार्यदायी एजेंसी को दे दिया गया है.
जिस तरह से निर्माण कार्य चल रहा है, उस हिसाब ये सेंटर निर्धारित अवधि में आसानी से तैयार भी हो जाएगा. जब सेंट्रलाइज्ड ब्लड कलेक्शन सेंटर तैयार हो जाएगा तो सबसे पहले इस सेंटर से ओपीडी के मरीजों को जोड़ा जाएगा. यहां पर ओपीडी के मरीजों के खून जांच के लिए सैंपल लिया जाएगा. फिर इसे इस सेंटर से सीधे क्लीनिकल पैथोलॉजी जांच के लिए भेज दिया जाएगा. अस्पताल अधीक्षक डॉ. उदय नारायण सिंह बताते हैं कि इससे मरीजों को खून का सैंपल देने के लिए व्यर्थ की भागदौड़ से मुक्ति मिल जाएगी. मायागंज अस्पताल के हॉस्पिटल मैनेजर सुनील कुमार गुप्ता बताते हैं कि इस सेंट्रलाइज्ड ब्लड कलेक्शन सेंटर की सबसे बड़ी खासियत ये होगी कि इस सेंटर से इंडोर व इमरजेंसी के सभी वार्डों को न्यूमेटिक सिस्टम से जोड़ा जाएगा. मरीजों के खून का सैंपल लेकर उसे जांच कराने के लिए परिजनों को वार्ड से पैथोलॉजी तक की दौड़ नहीं लगानी पड़ेगी. मायागंज अस्पताल के अधीक्षक डॉ. उदय नारायण सिंह ने कहा कि सेंटर का निर्माण तेजी से किया जा रहा है. उम्मीद है कि दिसंबर तक इसे तैयार करने के बाद एजेंसी सेंटर को हैंडओवर कर देगी. प्रयास होगा कि जनवरी से कम से कम पहले चरण के तहत तय सेवा को शुरू करा दिया जाये.
मुंगेर न्यूज़ डेस्क