Munger गेहूं खरीद का लक्ष्य हासिल करना मुश्किल, बाजार में अधिक कीमत मिलने से किसान नहीं बेंच रहे गेहूं

बिहार न्यूज़ डेस्क 20 अप्रैल से किसानों से समर्थन मूल्य पर गेहूं की खरीद शुरू की गई है, लेकिन एक महीने के बाद भी खरीद में तेजी नहीं आ पाई है. आलम यह है कि एक महीने में पांच किसानों से मात्र करीब 8 एमटी (7.950 एमटी)गेहूं की खरीद हो पायी है. जबकि जिले को 17170 एमटी गेहूं खरीद का लक्ष्य मिला है. खरीद की सुस्त रफ्तार को देखते हुए विभाग को 31 मई तक लक्ष्य पूरा कर पाना मुश्किल होगा.
सरकार की ओर से गेहूं का समर्थन मूल्य 2125 रुपये प्रति क्विंटल निर्धारित किया गया है, जो पिछले साल के मुकाबले 110 रुपये अधिक है. जबकि बाजार में गेहूं 25 से 26 सौ रुपये प्रति क्विंटल खरीद हो रही है. समर्थन मूल्य से अधिक कीमत खुले बाजार में मिलने से किसान समर्थन पर मूल्य गेहूं बेचने में रूचि नहीं ले रहे हैं.
कहते हैं पैक्स अध्यक्ष
महगामा पैक्स अध्यक्ष संजय कुमार सिंह ने बताया कि बाजार मूल्य अधिक रहने से किसान समर्थन मूल्य पर गेहूं बेचने में रूचि नहीं ले रहे हैं.
क्या कहते हैं किसान
धरहरा प्रखंड के किसान पवन सिंह एवं अरविंद कुमार ने बताया कि समर्थन मूल्य 2125 रुपये प्रति क्विंटल है जबकि खुले बाजार में इस समय 25 से 26 सौ रुपये प्रति क्विंटल गेहूं बिक रहा है. किसानों को समर्थन मूल्य से करीब 400 रुपये प्रति क्विंटल अधिक मिल रहा है. साथ ही भुगतान भी तुरंत मिल जाता है. किसानों ने बताया कि इसबार अच्छी उपज के बावजूद बाजार मूल्य की अपेक्षा समर्थन मूल्य कम रहने से किसान सरकारी क्रय केन्द्रों पर गेहूं नहीं बेच रहे हैं. किसानों ने कहा कि बाजार मूल्य का आकलन कर ही उचित समर्थन मूल्य तय किया जाना चाहिए था.
बाजार मूल्य अधिक रहने से किसान समर्थन मूल्य पर गेहूं बेचने में रूचि नहीं ले रहे हैं. अबतक मात्र 7.950 एमटी गेहूं की खरीद हो पायी है. विभाग की ओर से समर्थन मूल्य पर गेहूं खरीद करने का प्रयास किया जा रहा है.
धर्मनाथ प्रसाद, जिला सहकारिता पदाधिकारी, मुंगेर.
मुंगेर न्यूज़ डेस्क