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Motihari जीविका से जुड़ी महिलाओं ने कार्यालय में की तालाबंदी

विरोध

बिहार न्यूज़ डेस्क जीविका कर्मियों ने अपने मानदेय बढ़ाने व नियुक्ति पत्र निर्गत किए जाने सहित दस सूत्री मांगों के समर्थन में  को मूर्तियां सीएलएफ कार्यालय में तालाबंदी कर आक्रोश पूर्ण प्रदर्शन किया.प्रदर्शनकारी महिलाओं ने अपने आंदोलन के समर्थन में बिहार सरकार का पुतला दहन करते हुए सरकार के विरोध के जमकर नारेबाजी भी की.

इस प्रदर्शन में शामिल ऋतु कुमारी, रुकसाना खातून, सविता देवी, रंजीता देवी, रंजू कुमारी, अनीता देवी, सहाना खातून, आरती देवी, वीणा देवी, पुनीता देवी, बेबी देवी सहित अन्य महिलाओं ने मांग करते हुए बताया कि सरकार उनके मानदेय का भुगतान खाता के माध्यम से करें तथा सभी कैडरो को क्षेत्र भ्रमण के दौरान यात्रा भत्ता के भुगतान के साथ पहचान पत्र निर्गत करें.साथ ही उनकी 60 वर्ष तक नौकरी की गारंटी दें. तीन वर्ष पूर्ण करने वाले कर्मियों को पदोन्नति का लाभ मिले. बैठकों में शामिल होने के लिए के लिए यात्रा भत्ता के भुगतान आदि मांगों की पूर्ति होने तक जीविका महिलाओं का ग्राम संगठन से लेकर प्रखंड व जिला स्तर पर व्यापक आंदोलन चलाने की चेतावनी दी.इस मौके पर बीपीआईयू आदापुर अंतर्गत सावित्री व इंदिरा सीएलएफ से जुड़ी महिलाओं के नेतृत्व में कार्यालय में तालाबंदी हुई. जिसके बाद बीपीएम अभिषेक कुमार के पहल पर कार्यालय का ताला खुलवाया गया.बावजूद, उग्र महिलाओं ने पुन तालाबंदी कर  तक मांगे पूरी होने तक अल्टीमेटम देते हुए चरणबद्ध आंदोलन चलाने की चेतावनी दी.

दस सूत्री मांगों के लिए आंदोलन का निर्णय

बिहार जीविका संघ के तत्वावधान में प्रखंड के जीविका कैडरों की बैठक  मुख्यालय के सियाराम मंदिर परिसर में सम्पन्न हुआ.

अध्यक्षता आदित्य कुमार सहनी ने किया. प्रखंड स्तर पर एक कमिटि का गठन हुआ.जिसमें सर्वसम्मति से दस सूत्री मांगों को लेकर आंदोलन करने का निर्णय लिया गया. कैडरों ने जानकारी देते हुए बताया कि प्रमुख मांगो में जीविका कैडरों को पच्चीस हजार मानदेय,मानदेय कन्ट्रब्यूशन सिस्टम पर रोक लगाने, जीविका कैडरों को नियुक्ति पत्र देने के साथ परिचय पत्र उपलब्ध करवाने समेत दस मांग शामिल हैं. बैठक में सर्वसम्मति से जीविका कैडर फरीदा खातून को अध्यक्ष,रौशनी देवी सचिव, अप्पू देवी को सचिव,ज्योति कुमारी को उपाध्यक्ष,रंजू देवी को उप सचिव बनाया गया.साथ ही यह भी निर्णय हुआ कि मांगों पर विचार नहीं होने पर संग्रामपुर सीएलएफ में ताला बंदी किया जाएगा.

 

मोतिहारी  न्यूज़ डेस्क

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