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Motihari इंडोनेशियाई युवती ने पताही पहुंचकर प्रेमी संग लिए सात फेरे

फेरे
 

बिहार न्यूज़ डेस्क इंडोनेशिया की युवती सोइल्लीना मेनाक ने पूर्वी चंपारण के पताही के परसौनी गांव पहुंचकर अपने प्रेमी हर्षबर्धन के साथ शादी की है. पढ़ाई के दौरान प्यार हुआ और फिर दोनों ने शादी करने का निर्णय लिया. पांच साल के वीजा पर भारत पहुंची सोइल्लीना शादी के बाद पति हर्षबर्धन के साथ जयपुर रवाना हो गई हैं. विदेशी युवती व देसी दूल्हा की शादी की क्षेत्र में खूब चर्चा है.
हर्षबर्द्धन की शादी के प्रस्ताव पर पहले परिवार वाले तैयार नहीं हुए लेकिन बाद में मान गए. दुल्हन इंडोनेशिया के नौर्थ सुमात्रा प्रोविंस स्थित सिबोरोगबोरोगा की रहने वाली है, जबकि दूल्हा पताही के परसौनी गांव के रहने वाले अखिलेश कुमार सिंह का पुत्र हर्षबर्धन है. दोनों की शादी के गवाह दोनों के परिजन व गांव के लोग भी बने. दुल्हन सोइल्लीना ने भारतीय कल्चर को बहुत अच्छा बताया. दूल्हे हर्षवर्धन ने बताया कि वह ताइवान में पोस्ट डॉक्टोरल साइंटिस्ट के रूप में कार्य कर रहा था. वहीं पर सोइल्लीना ग्लोबल फाइनेंस में एमएस कर रही थी. इसी दौरान दोनों में प्यार हुआ और फिर शादी करने का फैसला लिया. दोनों ने हिंदू रीति रिवाज से शादी की है. वह यहां अपनी मां के साथ आयी है. हर्षवर्धन ने कहा कि सोइल्लीना मेनाक को हिन्दू कल्चर से अवगत कराना था, इसलिए अपने गांव आकर हिन्दू रीति रिवाज से वैदिक मंत्रोच्चार के बीच शादी की है. यहां के रीति रिवाज का अनुभव कर वह काफी खुश है. हर्षबर्धन के पिता अखिलेश कुमार सिंह ने बताया कि इस शादी से वह बहुत खुश हैं. दुल्हन यहां के कल्चर को ग्रहण करने वाली है. वह यहां के बारे में सब कुछ जान जाएगी और जल्द ही सीख लेगी. गांव के लोगों ने भी दुल्हन का अच्छे ढंग से स्वागत किया. हर्षबर्धन की मां ने बताया कि मेरा पूरा परिवार खुश है. दुल्हन बहुत अच्छी है. वह धीरे-धीरे सबकुछ सीख लेगी और समझ जाएगी.

हर्षबर्धन के पैतृक गांव पताही के परसौनी में  को शादी को पूरी तैयारी की गई थी.
हिंदू रीति रिवाज से हुई शादी से सोइल्लीना काफी खुश दिख रही थी. वहीं  को रिसेप्शन रखा गया था. इसमें काफी संख्या में लोग आमंत्रित किए गए थे. लोगों ने वर-वधू को आशीर्वाद दिया. इस शादी और रिसेप्शन को लेकर ग्रामीणों में भी काफी उत्साह था. इस मौके पर सोइल्लीना की मां सोली सिपाहुतार भी उपस्थित रही, जो यहां के कल्चर और रीति रिवाज की काफी प्रशंसा करती दिखी. शादी की रस्म पूरा कर  को पति संग जयपुर चली गई. हर्षवर्धन के पिता अखिलेश कुमार सिंह ने बताया कि सोइल्लीना मेनाक पांच साल के वीजा पर आई हैं. पिछले वर्ष 18 मार्च 23 को इंडोनेशिया में सगाई की रस्म हुई थी और इस वर्ष शादी की रस्म की गई.

मोतिहारी  न्यूज़ डेस्क
 

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