Motihari सीनेट चुनाव में वोटरों को साधने का काम शुरू, टीएनबी सहित अन्य कॉलेजों के शिक्षकों ने शुरू की दावेदारी

बिहार न्यूज़ डेस्क टीएमबीयू में छह जुलाई को सीनेट चुनाव की घोषणा होते ही शिक्षकों बीच चुनावी रणनीति तैयार होनी शुरू हो गई है. इसे लेकर कॉलेजों व पीजी विभागों में कई भावी प्रत्याशियों ने जीत का दावा करने वाले कुछ शिक्षकों की चिंता बढ़ा दी है. दरअसल, अभी किस कॉलेज और पीजी से कौन चुनावी मैदान में खड़े होंगे. इसके लिए सभी ने अपने पत्ते नहीं खोले हैं. कुछ लोगों ने अपने वोटरों को साधने के लिए फोन व व्यक्तिगत मिलना-जुलना शुरू कर दिया है. हालांकि एसएम कॉलेज, टीएनबी कॉलेज, मारवाड़ी कॉलेज, बीएन कॉलेज, एमएएम कॉलेज नवगछिया और पीजी विभागों के कई भावी प्रत्याशियों ने अपनी दावेदारी शुरू कर दी है. एसएम कॉलेज से साइकोलॉजी, फिलॉसफी और इकोनॉमिक्स के शिक्षक, टीएनबी कॉलेज से साइकोलॉजी, केमेस्ट्री, पॉलिटिकल साइंस, मैथिली, मारवाड़ी कॉलेज से मनोविज्ञान, पॉलिटिकल साइंस, गणित, हिंदी, बीएन कॉलेज से फिलॉसफी, अंग्रेजी व जीबी कॉलेज में इकोनॉमिक्स से एक शिक्षकों ने अपनी दावेदारी करनी शुरू कर दी है.
एसएम कॉलेज के दो शिक्षकों की दावेदारी से माहौल गर्म
एसएम कॉलेज में जनरल सीट पर दो शिक्षकों की संभावित दावेदरी के बाद राजनीतिक माहौल गर्म कर दिया है. डीएसडब्ल्यू डॉ. योगेंद्र ने बताया कि अंगीभूत कॉलेजों में जनरल सीनेटर की पांच, ओबीसी में दो, एससी में एक और एसटी में एक सीट है. जबकि पीजी में एक जनरल, एक एससी ओर एक एसटी सीटें हैं. इसके अलावा एफिलिएटेड कॉलेजों के लिए दो जनरल और एक ओबीसी की सीट है. नवगछिया के तीन कॉलेजों, जीबी कॉलेज, जेपी कॉलेज और मदन अहिल्या कॉलेज से एक ओबीसी सीट पर एक दावेदारी की रणनीति तैयार की जा रही है. इससे शहरी कॉलेजों के सीटों खड़े होने वाले प्रत्याशियों को जीत में मुश्किलें आ सकती है. संभावित प्रत्याशियों के चुनाव लड़ने की स्व घोषणा के बाद से ही कॉलेजों की राजनीति गर्म हो गई है. कुछ ऐसे शिक्षकों ने चुनाव लड़ने की घोषणा की है, जिनकी संभावना ना के बराबर थी.
मोतिहारी न्यूज़ डेस्क