
उत्तरप्रदेश न्यूज़ डेस्क कुन्दरकी थाना क्षेत्र के गांव शिमलाठेर निवासी चौकीदार करन सिंह की हत्या मामूली मारपीट के विवाद में की गई थी. पड़ोस के ही गांव हुसैनपुर निवासी दो आरोपियों को गिरफ्तार कर पुलिस ने हत्याकांड का खुलासा किया है. एसपी देहात संदीप कुमार मीणा ने बताया कि आरोपियों की निशानदेही पर हत्या में प्रयुक्त तमंचा बरामद किया गया है. दोनों को जेल भेज दिया है.
पुलिस लाइन में प्रेसवार्ता कर एसपी देहात संदीप कुमार मीणा और सीओ बिलारी डॉ. अनूप सिंह ने चौकीदार करन सिंह की हत्या का खुलासा किया. एसपी देहात ने बताया कि 23 अक्तूबर को तड़के करीब तीन बजे चौकीदार करन सिंह की निर्माणाधीन फैक्ट्री में गोली मारकर हत्या की गई थी. पत्नी ब्रजेश देवी ने अज्ञात के खिलाफ हत्या का केस दर्ज कराया था. मामले में एसएचओ कुन्दरकी शैलेंद्र सिंह की टीम ने गांव हुसैनपुर निवासी मोंटी चौधरी और राहुल उर्फ भोला को गिरफ्तार किया. पूछताछ में पहले तो आरोपी गुमराह करते रहे. बाद मे कड़ाई से पूछताछ करने पर बात स्वीकार की. बकौल पुलिस पूछताछ में आरोप मोंटी व राहुल ने बताया कि वारदात के 15 दिन पहले उनका और उनके दोस्त अनु व कालेंद्र का करन सिंह से झगड़ा हुआ था. उस समय करन सिंह ने गाली गलौज कर देख लेने की धमकी दी थी. मोंटी ने करन सिंह को सबक सिखाने की योजना बना ली. अक्तूबर को गांव में एक कार्यक्रम था, उसमें मोंटी अपने दोस्त राहुल के साथ शामिल होने गया था. वहां से आने के बाद दोनों ने साथ बैठकर शराब पी व फिर तमंचा करन सिंह के गर्दन के पास सटाकर गोली मार दी. वारदात के बाद आरोपियों ने पास ही गन्ने के खेत में स्थित झाड़ियों में तमंचा छिपा दिया और घर चले गए.
करन सिंह के बेटों से भी हुआ था आरोपियों का विवाद
चौकीदार करन सिंह से पहले उसके दो बेटों से भी आरोपियों का विवाद हुआ था. सीओ डॉ. अनूप सिंह ने बताया कि पूछताछ में मोंटी ने बताया कि उसका एक दोस्त विशाल हुसैनपुर से शिवलाठेर में जाता था. करन सिंह के दोनों बेटे जगदीश और राजू उसका विरोध करते थे. इसको लेकर उनसे भी झगड़ा हुआ था. उसकी भी रंजिश आरोपियों ने पाल रखी थी.
मुरादाबाद न्यूज़ डेस्क