![कभी हाथ तो कभी कमर में लगाई जाती है इंजेक्शन ऐसे में आपने नोटिस किया होगा कि इंजेक्शन कभी कमर तो कभी हाथ में लगाई जाती है।](https://samacharnama.com/static/c1e/client/79965/uploaded/29fa58dc19bb3bf3981ed527b65745c3.jpg?width=730&height=480&resizemode=4)
उत्तरप्रदेश न्यूज़ डेस्क बलरामपुर अस्पताल में बच्ची को एक्सपायर इंजेक्शन लगाने का गंभीर मामला सामने आया है. परिवारीजनों ने सूझ-बूझ दिखाते हुए बीच में ग्लूकोज की बोतल हटा दी. आरोप हैं कि कर्मचारियों ने बिना तारीख देखे मरीज को इंजेक्शन लगी ग्लूकोज की आधी बोतल चढ़ा दी.
अलीगंज निवासी खुशी 10 को पीलिया हो गया है. परिवारीजनों ने बच्ची को लेकर बलरामपुर अस्पताल की इमरजेंसी में पहुंचे. यहां से बच्ची को बाल रोग विभाग में शिफ्ट किया गया. पिता सूरज का आरोप है सुबह स्टॉफ ने बच्ची को एक्सपायर इंजेक्शन ग्लूकोज की बोतल में लगा दिया. इस बीच इंजेक्शन पर दर्ज तारीख देखा तो परिवारीजनों का गुस्सा भड़क उठा. परिजनों ने हंगामा करते हुए ग्लूकोज की बोतल निकाल दी. हंगामे की खबर पर अस्पताल के अधिकारी मौके पर पहुंचे. परिवारीजनों ने शिकायत की. डॉक्टरों ने इंजेक्शन देखा.
जांच के आदेश दिए
इंजेक्शन का बैच नंबर डी-1 जीबीवी 01 है. इस पर मैन्युफाक्चरिग तिथि जनवरी 2022 तथा एक्सपारी तिथि दिसंबर 2023 दर्ज है. अस्पताल प्रशासन का कहना है मामले की जांच कराई जा रही है. षियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी.
मुरादाबाद न्यूज़ डेस्क