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Moradabad जीजीआईसी बेटियों का बुरा हाल, मामले में डीएम ने बैठाई है जांच

Nainital दिल्ली, भोपाल के कई रसूखदार जांच के घेरे में

उत्तरप्रदेश न्यूज़ डेस्क  राजकीय गर्ल्स इंटर कॉलेज (जीजीआईसी) लाइनपार में गणित संवर्ग में दाखिला लेने वाली छात्राओं का हाल बुरा हो चला है. ‘आसमान से गिरीं, खजूर पर अटकीं’ कहावत इन पर सटीक बैठती है. कुल 21 छात्राओं में से 10 को केजीके कॉलेज में दाखिला दिला दिया गया, जबकि चार छात्राओं को दाखिले की संस्तुति सेल्फ फाइनेंस कॉलेज में कर दी गई. वहां की फीस सुनकर बच्चियों के अभिभावक भी ठिठक गए. ऐसे में बच्चियां भी परेशान हैं कि वे अब दाखिले के लिए कहां जाएं.

जीजीआईसी लाइनपार ने पिछले सत्र में 21 छात्राओं का दाखिला 11वीं में बिना मान्यता के ही गणित संवर्ग में ले लिया था. मान्यता न होने के कारण स्कूल में विषय का शिक्षक न होने के कारण स्कूल ने बिना उच्चाधिकारियों की अनुमति के ही अभिभावक संघ के पैसे से निजी शिक्षक के जरिए कक्षाएं चलवाईं. छात्राएं 12वीं में आईं तो मामला तूल पकड़ने लगा. आनन-फानन 10 छात्राओं का प्रवेश लाइनपार स्थित केजीके कॉलेज में करा दिया गया. चार छात्राएं दाखिले के लिए जीआईसी मुगलपूरा पहुंचीं, लेकिन उनके पास दाखिले की संस्तुति रामचंद्र शर्मा कन्या इंटर कॉलेज की थी. वे वापस रामचंद्र शर्मा कॉलेज पहुंचीं तो वहां की फीस ज्यादा सुन वे परेशान हो गईं. रामचंद्र शर्मा कन्या कॉलेज में इंटरमीडिएट सेल्फ फाइनेंस में है. यहां पर एक साल की फीस करीब तीन हजार रुपये जाती है. अब इन छात्राओं के सामने सबसे बड़ी समस्या स्कूल फीस जमा करने की है.

मामले में डीएम ने बैठाई है जांच

जीजीआईसी लाइनपार द्वारा बिना अनुमति दाखिला लेने के मामले का डीएम ने संज्ञान लिया हुआ है. उन्होंने डीआईओएस को इस प्रकरण की जांच कराने के आदेश भी दिए हैं. दोषी पर कार्रवाई के साथ ही उन्होंने ये भी कहा कि सुनिश्चित करें कि वहां दाखिला लेने वाली छात्राओं का भविष्य किसी भी दशा में अंधकारमय न होने पाए.

चार छात्राएं दाखिले के लिए आईं थीं. फीस के बारे में पता करने के बाद से चली गईं. एक ही छात्रा ने पंजीकरण फार्म लिया है. बाकी छात्राएं अगर आईं तो उन्हें दाखिला दिलाया जाएगा.

हेमलता, प्रधानाचार्य, रामचंद्र शर्मा कन्या इंटर कॉलेज, लोको शेड

 

 

मुरादाबाद न्यूज़ डेस्क

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