उत्तरप्रदेश न्यूज़ डेस्क मझोला थाना पुलिस ने बदायूं निवासी युवती की मौत के मामले में डॉक्टर राकेश कुमार खरे और उनकी पत्नी के खिलाफ केस दर्ज किया है. युवती की मां ने दोनों पर आत्महत्या के लिए उकसाने का आरोप लगाया है. युवती अस्पताल में नर्स का काम करती थी और 25 अगस्त को फांसी लगाकर जान दे दी थी.
बदायूं जिले के बिसौली थाना क्षेत्र के गांव परसिया निवासी गंगादेई पत्नी पंचमराम ने पुलिस को तहरीर देकर बताया कि उनकी बेटी शोभा देवी(22 वर्ष) मुरादाबाद के अहसान पैरामेडिकल एंड नर्सिंग कालेज से जेएनएम का कोर्स कर रही थी. वह गांगन तिराहा स्थित राजकुमार शर्मा के मकान में अपनी सहेली अपेक्षा के साथ किराए पर रहती थी. शोभा देवी और अपेक्षा जेएनएम कोर्स के साथ ही मझोला थाने के सामने स्थित आरआरके अस्पताल में नर्स का काम भी करती थी. गंगादेई के अनुसार 25 अगस्त 2024 को बेटी के मकान मालिक ने कॉल करके बताया कि तुम्हारी बेटी ने फांसी लगा ली है. जिसके बाद परिजनों के पहुंचने पर पुलिस ने पोस्टमार्टम कराके शव परिजनों को सौंप दिया. गंगादेई ने पुलिस को दी गई तहरीर में आरोप लगाया कि उसे बाद में पता चला कि जिस दिन बेटी शोभादेवी ने फांसी लगाई, उससे एक सप्ताह पहले डॉ. राकेश कुमार खरे और उनकी पत्नी से उसका विवाद हुआ था. जिसके बाद डॉक्टर और उनकी पत्नी शोभा से द्वेष रखने लगे थे और उसे तंग करते थे. आरोप लगाया कि इसी से तंग आकर शोभा ने फांसी लगाकर जान दे दी. सीओ सिविल लाइंस अर्पित कपूर ने बताया कि डॉक्टर और पत्नी के खिलाफ आत्महत्या के लिए उकसाने का केस दर्ज किया है.
मुरादाबाद न्यूज़ डेस्क