Moradabad अब गरीबों के खाते में दो हजार के नोट धड़ाधड़ डाल रहे धन्नासेठ!दो हजार के नोट जमा होने के बीच तमाम बैंक खातों में संदिग्ध डिपॉजिट सामने आया

उत्तरप्रदेश न्यूज़ डेस्क बैंकों में दो हजार के नोट खातों में धड़ल्ले से जमा कराए जाने के सिलसिले के बीच कई बैंकों की अलग-अलग ब्रांचों के सैकड़ों खातों में संदिग्ध रूप से भारी एवं अनियमित डिपॉजिट होने का मामला सामने आया है. बैंकों में पब्लिक से डिपॉजिट ले रहे स्टाफ ने तमाम धन्नासेठों की तरफ से दो हजार रुपये के नोट अपने यहां कार्यरत कामगारों एवं श्रमिकों के खाते में बड़े पैमाने पर जमा कराए जाने की बात साफ महसूस की है. अहम बात ये है कि ऐसे कई खातों में नोट जमा करने के बाद अगले दिन निकासी कर लिए जाने की स्थिति सामने आई है.
आरबीआई की तरफ से दो हजार का नोट चलन से बाहर किए जाने के ऐलान के बाद से बैंकों में इन नोटों को जमा कराने का सिलसिला तेजी के साथ शुरू हो गया था. ऐलान के बाद चार दिन के बैंकिंग परिदृश्य से तमाम खातों में अनियमित रूप से भारी डिपॉजिट होने की स्थिति उजागर हुई है. कई बैंकों में कार्यरत स्टाफ ने इसे ह्यहिन्दुस्तानह्ण से साझा करते हुए बताया कि कामगार तबके के कई खाताधारक एक साथ कई भरी हुईं जमा स्लिप और दो हजार के नोटों संग काउंटर पर पहुंच रहे हैं. एक ब्रांच में ऐसा ही एक शख्स एक साथ चालीस जमा स्लिप लेकर दो हजार के नोट कई खातों में जमा कराने पहुंचा और फिर अगले ही दिन उनमें से अधिकांश खातों में से कैश निकासी कर ली गई. पब्लिक लेन-देन से सीधे तौर पर जुड़े बैंक कर्मियों का कहना है कि 80 फीसदी से ज्यादा खातों में दो हजार के नोटों का डिपॉजिट काफी बड़े पैमाने पर और अनियमित रूप से किए जाने की स्थिति सामने आ रही है. बैंकर्स का यह भी कहना है कि दो हजार के नोट बंद होने के ऐलान के बाद इस मामले में काफी हद तक वर्ष 2016 में हुई नोटबंदी के बाद के जैसे हालात नजर आ रहे हैं. तब धन्नासेठों ने कथित तौर पर बड़े पैमाने पर पांच सौ और एक हजार के नोट मजदूरों और अपने घरों में कार्यरत नौकरों के खाते में जमा कराए थे.
मुरादाबाद न्यूज़ डेस्क