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Moradabad अस्पताल छोड़कर जाने वाले डॉक्टर कार्रवाई की जद में

Bhopal एबीसी सेंटर की नई व्यवस्था फेल:जिन डॉक्टर को जिम्मेदारी दी थी, उन्होंने नहीं संभाला काम

उत्तरप्रदेश न्यूज़ डेस्क   ठाकुरद्वारा के एबीएम अस्पताल में मरीजों को छोड़कर जाने वाले डॉक्टर भी कार्रवाई की जद में आ सकते हैं. सीएमओ ने उन्हें नोटिस तो जारी किया ही है साथ ही कानून रूप से कार्रवाई भी हो सकती है. बीएनएस की धारा 125 के तहत किसी की जान खतरे में डालने का मामला बन सकता है. हालांकि इस मामले में सीएमओ कुछ भी कहने से बचते रहे.

एबीएम अस्पताल के संचालक डॉ. शाहनवाज की गिरफ्तारी के बाद वहां के दो डॉक्टर अस्पताल में भर्ती मरीजों को छोड़कर चले गए थे. नियम के हिसाब से उन्हें अस्पताल छोड़कर नहीं जाना चाहिए था. मरीजों को देखने वाला कोई नहीं था. बाद में अस्पताल को भी सील कर दिया गया और अस्पताल में भर्ती सभी नौ मरीजों को दूसरे अस्पताल में शिफ्ट कर दिया गया था. सीएमओ ने दोनों डॉक्टरों को नोटिस जारी किये थे. माना जा रहा है कि उन पर भी कार्रवाई हो सकती है. सीएमओ डॉ. कुलदीप सिंह इस मामले में कुछ भी कहने से बचते दिखे. कहा कि फाइल की स्टडी की जा रही है. कार्रवाई बनती है तो कड़ी कार्रवाई होगी.

 

किशोरी के साथ इससे पूर्व में भी किया गया दुष्कर्म

गैंगरेप की शिकार किशोरी के साथ पहले भी दुष्कर्म हुआ था. मजिस्ट्रेटी बयान दर्ज कराते समय पीड़ित किशोरी ने आपबीती बताई. लिहाजा, मजिस्ट्रेट के निर्देश पर पटेलनगर पुलिस ने पीड़िता से दुष्कर्म का एक और मामला जीरो एफआईआर के रूप में दर्ज किया. इसे जांच के लिए पीड़िता के गृह जिले मुरादाबाद ट्रांसफर किया जाएगा.

देहरादून के एसएसपी अजय सिंह ने इसकी पुष्टि की. दुष्कर्म का यह घटनाक्रम गैंगरेप से पहले का है. पुलिस के मुताबिक, पीड़िता ने मजिस्ट्रेट के सामने पहले भी दुष्कर्म होने का जिक्र किया. पूछने पर उसने एक व्यक्ति के बारे में बताया. लेकिन, जब आरोपी का नाम-पता पूछा गया तो पीड़िता ज्यादा कुछ नहीं बता पाई. दुष्कर्म का आरोपी पीड़िता के गृह जिले का हो सकता है. इसलिए दुष्कर्म और पॉक्सो की धाराओं में जीरो एफआईआर दर्ज की गई. पुलिस ने नई एफआईआर में पीड़िता के मजिस्ट्रेटी बयान का हवाला दिया.

 

मुरादाबाद न्यूज़ डेस्क

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