
उत्तरप्रदेश न्यूज़ डेस्क मुरादाबाद मंडल में सड़क हादसों में गिरावट के बावजूद संभल नया एक्सीडेंट जोन बनकर उभरा है. बीते वर्ष की तुलना में इस साल मुरादाबाद और रामपुर समेत मंडल के चार जिलों में दुर्घटनाएं कम हुईं पर संभल में रिकार्ड .40 प्रतिशत की वृद्धि हुई है. अप्रैल से सितंबर, 23 में 9 हादसे में 152 लोगों की मौत हुई. हालांकि पिछले साल इस अवधि में 5 लोगों ने हादसों में दम तोड़ा था. संभल में सड़क दुर्घटनाएं बढ़ने की वजह गंगा एक्सप्रेस वे का निर्माण है. संभल पुलिस और परिवाहन अधिकारियों का कहना है कि एक्सप्रेस वे निर्माण से सड़क पर वाहनों का दबाव बढ़ गया. साथ ही हादसे भी. हादसे के बाद ही आठ जगहों पर ब्लैक स्पॉट चिह्नित हुए हैं. कमिश्नर आंजनेय कुमार सिंह ने इन हादसों पर चिंता जताई है. हादसे कम करने के लिए मुरादबाद और अमरोहा मंडल के सभी जिलों में सुधार की कवायद चल रही है. मुरादाबाद में जहां सड़क दुर्घटनाओं में कमी आई है, वहीं संभल में इसके उलट है. यहां सड़क हादसे बढ़ने से मौतें ज्यादा हुई हैं. मंडल के संभल जिले में तीन साल से सड़क दुर्घटनाएं बढ़ रही हैं. इस वर्ष अप्रैल से सितंबर के छह माह में इस साल हादसे में मरने वालों में प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है. इस जिले में वर्ष में 146, में 158 और 23 में 4 सड़क दुर्घटनाएं हुईं. यह वृद्धि .46 प्रतिशत है. इन हादसों में व में 100-100 व 23 में 1 लोगों ने जिंदगी गंवाई. इन हादसों में घायलों का आंकड़ा भी .40 प्रतिशत है.
मंडलीय सड़क सुरक्षा समिति की को हुई बैठक में मंडलायुक्त आन्जनेय कुमार सिंह ने संभल में हादसे का ग्राफ बढ़ने पर चिंता जताई. हालांकि, संभल पुलिस और एआरटीओ का कहना था कि गंगा एक्सप्रेस वे के निर्माण के बाद से यातायात बढ़ा है. इससे हादसे भी हुए हैं.
आरटीओ प्रवर्तन प्रणव झा का कहना है हादसे पर अंकुश को प्रयास किए जाएंगे.
अप्रैल से सितंबर तक वर्षवार तुलनात्मक आंकड़ेसड़क दुर्घटनामौतें
वर्ष मुरादाबाद अमरोहा बिजनौर रामपुर संभल
4 6 8 1 146
295 287 7 1 158
23 9 272 197 7 4
96 131 113 105 100
5 0 145 146 100
23 152 4 129 119 1
2 7 149 73 90
289 2 242 138 125
23 5 243 143 1 153
मुरादाबाद न्यूज़ डेस्क