
उत्तरप्रदेश न्यूज़ डेस्क चौ.चरण विश्वविद्यालय की जारी परीक्षाओं में एनएएस कॉलेज में बड़ी सेंधमारी पकड़ी गई. परीक्षा शुरू होने से पहले छात्र घर से पेपर के सवालों को विश्वविद्यालय की कॉपी पर लिखकर कॉलेज लाया और टॉयलेट में छुपा दिया. पेपर शुरू होने के बाद छात्र ने कॉलेज से मिली कॉपी में रोल नंबर सहित सभी सूचनाएं दर्ज कर टॉयलेट में पहले से लिखी रखी कॉपी से बदल दिया. कॉलेज ने थाना सिविल लाइन में तहरीर दी है. विश्वविद्यालय को भी सूचना दी है. कॉलेज ने जांच को तीन सदस्यीय जांच कमेटी बना दी है.
कॉलेज के आंतरिक सचल दल ने जांच में टॉयलेट सिस्टर्न से कॉपी पकड़ी. जांच में जो छात्र मिला वह चौ.दलेल सिंह कॉलेज का निकला. वह कॉपी पहले से ही लिखकर लाया था और टॉयलेट में छुपा दिया. कॉलेज ने तीन सदस्यीय जांच समिति बना दी है. - प्रो.मनोज अग्रवाल, प्राचार्य, एनएएस कॉलेज
कॉलेज में विभिन्न कॉलेजों के छात्रों का परीक्षा केंद्र है. सुबह दस बजे की पाली में एलएलबी तृतीय सेमेस्टर में ’एडमिनिस्ट्रेशन लॉ’ का पेपर था. पकड़ी गई कॉपी के आधार पर छात्र की पहचान मोहम्मद दाऊद के रूप में हुई. छात्र चौधरी दलेल सिंह लॉ कॉलेज में पंजीकृत है. कॉलेज के आंतरिक सचल दल ने जांच में प्रथम तल स्थित टॉयलेट के सिस्टर्न में कॉपी पकड़ी. कॉपी में रोल नंबर और पंजीकरण संख्या दर्ज थी. टीम ने रोल नंबर चेक किया तो की परीक्षा में यह ग्राउंड फ्लोर पर कक्ष संख्या तीन के छात्र मोहम्मद दाउद के नाम पर था. छात्र के पास मौके से जो कॉपी पकड़ी गई उसमें 24-25 पेज भरे हुए थे, जबकि पेपर शुरू हुए मात्र डेढ़ घंटा हुआ था. सीसीटीवी फुटेज में छात्र ग्राउंड फ्लोर से प्रथम तल पर आता-जाता दिख रहा है. छात्र ने टीम को बताया कि वह घर से कॉपी पर अंदाजे से तीन-चार प्रश्न के उत्तर लिखकर लाया था और इसे टॉयलेट में छुपा दिया. पेपर शुरू होने पर जो कॉपी मिली उसमें एंट्री कर उसे टॉयलेट वाली कॉपी से बदल दिया. कॉपी कहां से मिली, इस सवाल पर छात्र बार-बार बयान बदल रहा है. हालांकि पेपर उसके पास पहले से था या नहीं, यह विश्वविद्यालय एवं कॉलेज की जांच के बाद पता चलेगा.
कॉलेज प्रशासन से शिकायत मिली है. मामले में एफआईआर दर्ज करते हुए कार्रवाई की जाएगी. जो भी दोषी होगा, कड़ी कार्रवाई होगी.
-अभिषेक तिवारी, सीओ सिविल लाइन
ऐसे हुआ खेल, कॉलेज टीम ने पकड़ा
कॉलेज ने फोन पर घटना की सूचना दी है. कॉपियों पर सीरीज दर्ज है. किस कॉलेज और केंद्र को कॉपियां आवंटित की गईं, इसका रिकॉर्ड हमारे पास है. सीरीज से पता लगाया जाएगा कि कॉपी कहां से लीक हुई.
धीरेंद्र वर्मा, रजिस्ट्रार, सीसीएसयू
मेरठ न्यूज़ डेस्क